ऋषिकेश में धूल फांक रहे हैं लाखों के वेंटीलेटर
ऋषिकेश स्थित एसपीएस राजकीय अस्पताल को कोरोना मरीजों के उपचार के लिए मिले 21 वेंटीलेटर एनेस्थेटिक, टेक्नीशियन और प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ के बिना धूल फांक रहे हैं। 24 घंटे में तीन शिफ्ट में वेंटिलेटर बेड के संचालन के लिए अस्पताल को दो एनेस्थेटिक, 10 टेक्नीशियन और आठ प्रशिक्षित स्टाफ नर्स की जरूरत है। लेकिन अस्पताल के पास एक भी एनेस्थेटिक, टेक्नीशियन या प्रशिक्षित स्टाफ नर्स नहीं है।अस्पताल में इनके संचालन के लिए विशेषज्ञ और प्रशिक्षित स्टाफ न होने के कारण सभी 21 वेंटीलेटर बंद बड़े हैं। कोरोना की पहली और दूसरी लहर में लोगों ने संसाधनों और चिकित्साकर्मियों के अभाव में स्वास्थ्य सेवाओं की लचर व्यवस्था देखी है। अगर तीसरी लहर आती है तो ऐसे ये वेंटीलेटर केवल शो पीस ही साबित होंगे। स्टाफ कब आयेगा यह किसी को पता नहीं है।