चालीस साल पहले लगाये गये बिजली के पोल लोगों के लिए खतरा
हरिद्वार। उत्तराखण्ड पावर कार्पोरेशन लि0 द्वारा चालीस साल पहले लगाये गये बिजली के पोल लोगों के लिए खतरा बने हुए हैं। स्थानीय नागरिकों की बार-बार की मांग के बाद भी यह पोल नहीं बदले गये हैं।
विद्युत वितरण उपखंड, ज्वालापुर अंतर्गत सुभाषनगर में शिवशक्ति मंदिर से बीएचईएल के बैरियर नम्बर आठ तक डीपीएस स्कूल की दीवार के साथ-साथ चार बिजली के सीमेंटेड पोल लगे हैं। करीब चालीस साल पहले लगे ये पोल तारों के खिंचाव के कारण झुक गये थे। लेकिन विद्युत विभाग के अधिकारियों ने पोल बदलने के बजाय खंबों की स्टेक डीपीएस स्कूल की दीवार से बांध दी। शिव शक्ति मंदिर की गली नम्बर बी-3, बी-4, बी-5 से बी-6 तक सभी बिजली के पोलों को सहारा देने के लिए विभाग ने उसीकी स्टेक बिना प्लास्टर की डीपीएस स्कूल की दीवार से बांध रखी हैं। तेज हवा, आंधी तूफान के कारण कभी की दीवार गिर सकती है, जिससे लोगों की जान-माल का नुकसान हो सकता है।
इस संबंध में कई बार स्थानीय नागरिकों ने संबंधित अधिकारियों को ध्यान आकृषित किया लेकिन आज तक भी सीमेंट के पुराने पोलों के स्थान पर नये पोल नहीं बदले गये हैं।
वार्ड नौ के सभासद राधेश्याम कुशवाहा, पूर्व सभासद अंकुर यादव, वरिष्ठ पत्रकार त्रिलोक चन्द्र भट्ट, दिनेश बवाड़ी, नीटू गुर्जर, राकेश सेठ आदि ने लोकहित में अधिशाषी अभियंता, से पुराने पोलों के स्थान पर नये पोल लगाने की मांग की है।