इंडियन ऑयल की लाइन ब्रेक कर करोड़ों का पेट्रोल-डीजल चुराने वाले गिरोह के 8 सदस्य गिरफ्तार
- खास बातें
- -यूपी और उत्तराखण्ड में चल रहा था गिरोह का नेटवर्क
- -उत्तराखंड के लक्सर, रुड़की, भगवानपुर में होती थी तेल की सप्लाई
- -मुजफ्फरनगर खाद्य आपूर्ति विभाग के बाबू भी थे मददगार
- -पुलिस की छापेमारी मे 40 लाख का तेल बरामद
- -आरोपियों पर लगेगा गैंगेस्टर और एनएसए
सहारनपुर पुलिस ने इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लि0 की पाइप लाइन ब्रेक कर डीजल, पेट्रोल चुराने वाल गिरोह के 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। ऑयल चोरी में करीब 24 लोगों के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस अन्य की तलाश कर रही है। यह गिरोह 2 साल से इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड की पाइप लाइन में सेंधमारी कर 3 करोड़ के 1 लाख लीटर डीजल-पेट्रोल की चोरी कर चुका है।
आपको बता दें कि पानीपत से की दो लाइन कुरूक्षेत्र व अंबाला और हरिद्वार व बहादराबाद की ओर बिछी हुई है। इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लि0 के अधिकारियों को हरिद्वार और बहादराबाद की ओर जानी वाली लाइन में पिछले कुछ समय से ऑयल का प्रेशर कम दिखाई दे रहा था। जिस पर कंपनी के अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के डीजीपी से मिलकर मामले से अवगत कराया। सहारनपुर पुलिस ने दो महिने तक छानबीन करने के बाद गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपियों का नेटवर्क मुजफ्फरनगर और उत्तराखंड के कई जिलों में फैला हुआ है। ये खेतों में पाइप लाइन में सुराग कर करीब 3 इंच मोटा एक नोजल लगा देते थे। उसके ऊपर एक टंकी फिट करते थे। रात के समय वह टैंकरों और ड्रमों में ऑयल भरते थे और मुजफ्फरनगर सहित उत्तराखंड के लक्सर, रुड़की, भगवानपुर में सप्लाई करते थे। तेल चोरी का यह सिलसिला पिछले करीब 2 सालों से चल रहा था।
मुजफ्फरनगर के भोपा में संचालित एक पेट्रोल करीब 2 साल से किसी भी कंपनी से तेल न खरीद कर इस गिरोह के सदस्यों से औने.पौने दाम में पेट्रोल-डीजल खरीदता था और बेचता था। पुलिस ने छापेमारी के दौरान पेट्रोल पंप से करीब 40 लाख रुपए का तेल भी बरामद किया है। पुलिस ने गिरोह के जिन 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनमें उनके नाम संदीप, शुभम, गुरमीत उर्फ काला, अजय, भूपेंद्र, शुभम, अजीत व उदित शामिल है। संदीप गिरोह का सरगना है। उसके ऊपर पहले भी हरियाणा में तेल चोरी के केस दर्ज हैं। बाद में वहां से आकर उसने यूपी और उत्तराखंड में अपना नेटवर्क खड़ा किया था।