53.5 करोड़ की कर्ज वसूली के लिए सांसद की संपत्ति जब्त
एसबीआई दूध की डेयरी और 15 प्लाटों से वसूलेगा कर्ज
विगत लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के सबसे अमीर प्रत्याशी में सुमार बिजनौर से बसपा सांसद मलूक नागर द्वारा भारतीय स्टेट बैंक के 53.3 करोड़ रूपये का कर्ज चुक्ता न करने पर बैंक ने ऋण वसूली के लिए संपत्ति की जब्ती की कार्यवाही की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मलूक नागर को बैंक ने वर्ष 2017 में 53 करोड़ 65 लाख रुपए कर्ज का चुकता करने के लिए नोटिस जारी किया था। 31 मार्च, 2017 की निर्धारित तिथि ऋण चुकता न किये जाने के बावजूद बैंक ने लंबा इंतजार किया। अंततः चार साल बाद बैंक ने मलूक नागर की हापुड़ जिले के ग्राम शकरपुर में स्थित दूध डेयरी, इसी डेयरी के नजदीक 11 प्लॉट और मेरठ के रक्षापुरम में स्थित 4 प्लॉट जब्त कर लिये हैं। बैंक अब करोड़ों की संपत्ति बेच कर अपने ऋण की वसूली करेगा। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्सकी स्टडी रिपोर्ट के अनुसार मलूक नागर 2019 के लोकसभा चुनाव के वक्त उत्तर प्रदेश के सबसे अमीर प्रत्याशी थे। ऐसे में जीत के बाद वह उस वक्त सबसे अमीर सांसद बने। नामांकन पत्र में मलूक ने अपनी चल अचल संपत्ति 294 करोड़ रुपए की बताई थी।
सांसद मलूक नागर का विवादों से पुराना नाता रहा है। 2 साल पहले दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने मलूक नागर समेत 4 लोगों पर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी का केस दर्ज किया। मई 2019 में दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने आयकर चोरी के मामले में मलूक नागर का वारंट जारी किया था। अक्टूबर 2020 में आयकर विभाग ने मलूक नागर के नोएडा, हापुड़, मेरठ के ठिकानों पर छापे मारे। 30 अक्टूबर 2020 को इनकम टैक्स ने मलूक नागर के नोएडा, हापुड़, बिजनौर के ठिकानों पर छापा मारकर 50 लाख से ज्यादा नकदी और करीब 3 किलो सोने के आभूषण बरामद किए थे। आरोप था कि एक ही छत के नीचे 15 से ज्यादा कंपनियां फर्जी तरीके से चलाई जा रही थीं।