ब्रह्मलीन संत का 28 लाख निकालकर फरार हुआ आश्रम का कोषाध्यक्ष
हरिद्वार के बिरला घाट स्थित भोलानंद संन्यास आश्रम के अध्यक्ष रहे गहनानंद गिरि ने अपने जीवित रहते स्थानीय बैंकों में 28.37 लाख रुपये की एफडीआर कराकर तत्कालीन कोषाध्यक्ष तपानंद गिरि का नाम इस मंशा से बतौर नॉमिनी दर्ज करावाया था जिससे उनके जीवन त्यागने के बाद जमा राशि तपानंद गिरि के माध्यम से आश्रम को मिल जाए। किन्तु गहनानन्द के ब्रह्मलीन होने के बाद तपानंद गिरि कोषाध्यक्ष पद से हटा दिया इसी बीच रूपयों को लेकर उनकी नियत खराब हो गयी और वे बैकों में जमा 28.37 लाख रुपये अपने खाते में ट्रांस्फर कर फरार हो गये। पुलिस आरोपी की तलाश में दबिश दे रही है लेकिन अभी तक उसका पता नहीं चला है। इस संबंध में आश्रम की ओर गोपालानंद गिरि द्वारा पुलिस में शिकायत दे कर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया है