भतीजे को बचाते हुए बुआ ने जान गंवायी, ट्रेन से कट कर हुई मौत
सच्चे रिश्तों में कितना स्नेह, प्यार और समर्पण होता है। इसे 20 वर्षीय युवती शशिबाला ने 3 वर्षीय आरव की जान बचाने के लिए अपनी जान देकर साबित किया है। मुरादाबाद के कुंदरकी थानाक्षेत्र के हुसैनपुर गांव में रहने वाली शशिबाला अपने मामा की लड़की की शादी में भैंसियां गई हुई थी। शाम को कुआं पूजन कार्यक्रम में शशिबाला पूरे परिवार के साथ मुरादाबाद.लखनऊ रेल लाइन के दूसरे तरफ गई थी। पूजन के बाद लौटते हुए शशिबाला के ममेरे भाई आनंद प्रकाश के 3 वर्षीय बेटे आरव का पैर पुल पर रेलवे लाइन में फंस गया। शशिबाला ने तेज रफ्तार ट्रेन का हॉर्न सुना तो उसने बच्चे का पैर निकालने की काफी कोशिश की। लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। ट्रेन के पास आने पर उसने खतरनाक फैसला लिया और बच्चे को बचाने के लिए उसे ट्रैक पर लिटाकर खुद बच्चे के ऊपर लेट गई। यह देख वहां मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के होश उड़ गये। ट्रेन के गुजरने के बाद आनन फानन में लोग रेलवे ट्रेक पर पहुंचे तो शशिबाला के शरीर के चार टुकड़े हो गए थे। लेकिन बच्चा सुरक्षित था। उसने खुद अपनी जान देकर बच्चे का बचा लिया। घटना से शादी वाले घर में कोहराम मच गया। शशिबाला अपने पिता की इकलौती संतान थी। 12 साल पहले उसकी मां का भी निधन हो गया था। उसके पिता बेटी के लिए रिश्ता खोज रहे थे। अकेले रह गये मृतका के पिता का अब रो-रो कर बुरा हाल है।