गंगा में खनन का विरोध और कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानंद की संपत्ति की जांच कराने को अनशन करंगेे शिवानंद

गंगा में खनन खोलने के विरोध में मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानन्द के स्वर एक बार फिर गर्म हो गये हैं। यही नहीं इस बार उन्होंने उत्तराखण्ड सरकार में कैबीनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद को भी कटघरे में खड़ा किया है, और उनकी संपत्ति की जांच कराने की मांग की है। अपनी इन मांगों को लेकर उन्होंने 14 दिसंबर से अनशन करने की घोषणा भी कर दी है। स्वामी शिवानंद सरस्वती ने आरोप लगाया है कि मातृ सदन के विरोध के बाद भी गंगा और उसकी सहायक नदियों में खनन की अनुमति दी जा रही है। उन्होंने कहा कि पुष्कर सिंह धामी सरकार माफिया के साथ मिलकर गंगा को बर्बाद करना चाहती है। उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार की ओर से गंगा में खनन करने के लिए बनाई जा रही नीतियों में पर्यावरण और गंगा रक्षा का ध्यान न रख कर केेवल खनन की नीतियां बनाने का भी आरोप लगाया। है। स्वामी शिवानन्द ने कहा कि गंगा रक्षा को लेकर मातृ सदन में 23 और 24 दिसंबर को गंगा रक्षा सम्मेलन भी होगा। जिसमें देशभर के गंगा भक्त सरकार की नीतियों और खनन बंद कराने के आंदोलन की रणनीति बनाएंगे। स्वामी शिवानन्द ने कहा कि वे गंगा में पूर्ण रूप से खनन खोलने के विरोध और कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद की संपत्ति की जांच कराने के लिए 14 दिसंबर से अनशन शुरू करेंगे। अगर मांगे पूरी नहीं की गयी तो जल त्यागकर प्राण भी त्याग देंगे।

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