बदरीनाथ-केदारनाथ सहित चारधाम यात्रा रोकी, मौसम विभाग ने भारी बारिश का किया रेड अलर्ट जारी

उत्तराखंड में भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रबंधन विभाग, पुलिस प्रशासन और सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। उत्तराखंड की यात्रा पर आ रहे यात्रियों और यात्रा कर रहे यात्रियों को भी अलर्ट रहने को कहा गया है। मौसम के अनुसार ही यात्रा की योजना बनाने को कहा गया है। यात्रियों को  इस अवधि में यात्रा करने से बचने की सलाह दी है। 

सीएम ने  अयोध्या से ही मुख्य सचिव एस एस संधु से फोन पर प्रदेश की स्थिति की जानकारी ली। निर्देश दिये कि पुलिस, एसडीआरएफ और अन्य संबंधित कार्मिकों को संवेदनशील स्थानों पर हाई अलर्ट रखा जाए। कहीं भी कोई घटना होती है तो रेस्पोंस टाईम कम से कम होना चाहिए। जरूरत होने पर प्रभावितो को तत्काल राहत मिले। चार धाम यात्रा मार्ग पर भी विशेष ध्यान रखा जाए। चार धाम यात्रियों, पर्यटकों से भी सावधानी बरतने की अपील कर ली जाए। सीएम अयोध्या के दो दिवसीय भ्रमण पर हैं। वे आज दोपहर तक देहरादून लौट आएंगे।

मालूम हो कि मौसम विभाग ने आज रविवार से दो तीन दिन तक उत्तराखंड के चारधाम सहित अधिकांश पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी दी है । दूसरी तरफ,  राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण,आपदा प्रबंधन विभाग ने  सभी स्थानीय निवासियों और यात्रियों से सतर्कता बरतने, नदी नालों से दूरी बनाने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है ।

मौसम विभाग ने 17 अक्तूबर से अगले दो दिन भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। 18 को उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, चम्पावत, अल्मोड़ा, पौड़ी, टिहरी, नैनीताल, देहरादून के पर्वतीय हिस्सों में जमकर बारिश होगी।  रविवार से आगामी दो दिन तक भारी बारिश के साथ कुछ स्थानों पर आकाशीय बिजली, तूफान की चेतावनी जारी किए जाने के बाद एसडीआरएफ भी अलर्ट हो गई है।

केदारनाथ धाम में रुके यात्रियों को लौटने को निर्देश
मौसम में आए अप्रत्याशित बदलाव के चलते सरकार ने चारधाम यात्रा को लेकर बड़ा कदम उठाया है। आपदा प्रबंधन मंत्री धन सिंह रावत ने यात्रा पर आए श्रद्धालुओं को अपने अपने स्थानों पर रुक जाने को कहा है। साथ ही केदानाथ धाम में रुके श्रद्धालुओं को अविलंब लौटने का अनुरोध किया है। मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार राज्य में दो से तीन दिन तक भारी बारिश हो सकती है। बारिश बढ़ने पर पर्वतीय क्षेत्रों में आपदा की संवेदनशीलता बढ़ जाती है।

जिला प्रशासन ने रोकी गंगोत्री-यमुनोत्री धाम की यात्रा
जिले में भारी बारिश की चेतावनी के बीच जिला प्रशासन ने गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की यात्रा में फिलहाल रोक लगा दी है। जो यात्री जहां ठहरा है, उन्हें वहीं रहने के लिए कहा गया है। मौसम साफ होने तक यात्रा में रोक लगी रहेगी। रविवार को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने गंगोत्री व यमुनोत्री धाम यात्रा पर रोक लगाने का निर्णय लिया। जिले में सुबह से ही बारिश का दौर जारी है।

इसके चलते यात्रियों को धाम जाने से रोक लिया गया है। सुबह जो भी यात्री धाम दर्शन के लिए पहुंचे थे, उन्हें दर्शन करने दिया गया। लेकिन जिला प्रशासन के आदेश जारी होते ही जो यात्री जहां था, उसे वहीं ठहरने के लिए कह दिया गया। डीएम मयूर दीक्षित ने बताया कि गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की यात्रा अनौपचारिक रूप से रोकी गई है।

मौसम में अचानक आए बदलाव के चलते जिला प्रशासन ने यात्रा के संचालन को रोकने का निर्णय लिया है। आपदा की दृष्टि से बेहद संवेदनशील उत्तरकाशी जिले में बारिश के दौरान घटना दुर्घटनाओं की संभावनाएं रहती हैं। ऐसे में पूरी सतर्कता बरतते हुए प्रशासन ने फिलहाल यात्रा पर रोक लगाई है। जैसे ही मौसम साफ होता है यात्रा का संचालन विधिवत जारी कर दिया जाएगा।

बता दें कि जिले में लगातार बारिश के चलते यमुनोत्री हाईवे पर यातायात ठप हो गया है। दोपहर पौने दो बजे जानकीचट‌्टी से दो किमी आगे बड़कोट की तरफ एक पुलिया के पास यमुनोत्री हाईवे भारी मात्रा में मलबा आने से यातायात के लिए ठप हो गया। इसके चलते यमुनोत्री धाम की यात्रा पर भी ब्रेक लग गया। एनएच बड़कोट की मशीनरी हाईवे को यातायात के लिए बहाल करने में जुटी हुई है।

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