बीएचईएल डाकघर : विभाग की कार्यशैली से ग्राहक परेशान, सिटीजन चार्टर के अनुसार नहीं हो रहा काम
हरिद्वार। बीएचईएल उपनगरी सहित सिडकुल और रोशनाबाद स्थित विकास भवन, कलेक्ट्रेट और न्यायालय की डाक व्यवस्था जिस बीएचईएल, सेक्टर 1 के डाकघर पर है, वहां के कर्मचारियों की कार्यशैली के कारण आये दिन ग्राहक परेशान हो रहे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डाकघर चार्टर के अनुसार कर्मचारियों की ड्यूटी का समय प्रातः 9 से सांय 5 बजे तक का है। लेकिन आज तक कभी भी 9 बजे पोस्ट आफिस में काम शुरू ही नहीं हुआ यहां 10 बजे पहले कोई डाक काउंटर नहीं खुलता। बायोमैट्रिक है नहीं जिस कारण 11 बजे तक कर्मचारी आराम से ड्यूटी आकर उपस्थिति पंजिका में हस्ताक्षर करते हैं। जिसमें आने-और जाने का समय भी अंकित नहीं होता है। आम जनता में भी यह प्रचारित है कि डाकघर 10 बजे खुलेगा। जिस कारण कई लोग प्राइवेट डाक सेवाओं का सहारा लेते हैं।
डाकघर की अव्यवस्थाओं बीती रोज वरि0 पत्रकार त्रिलोक चन्द्र भट्ट को भी रूबरू होना पड़ा। एक महत्वपूर्ण रजिस्ट्री कराने के लिए 11 बजे डाकघर गये वरि0 पत्रकार त्रिलोक चन्द्र भट्ट को डाक बुकिंग काउंटर पर कोई कर्मचारी नहीं मिला। दरवाजे बंद कर अंदर बैठे कर्मचारी गप्पे मार रहे थे लेकिन उनके द्वारा विडों पर खड़े होकर कई बार आवाज लगाने के बावजूद किसी ने उनकी रजिस्ट्री नहीं की। बुकिंग क्लर्क की सीट खाली थी। जबकि वहां लगे कंप्यूटर पर एक पोस्टमेन उस पर अपनी दैनिक डाक स्केन कर रहा था। उसका काम खत्म हो गया लेकिन फिर भी सीट पर कोई नहीं आया। उन्होंने विंडो से कर्मचारियों को कई बार आवाज लगायी लेकिन कोई भी रजिस्ट्री करने नहीं आया। अंततः करीब बीस मिनट इंतजार करने के बाद श्री भट्ट बिना रजिस्ट्री कराये वापिस लौट गये। उन्हीं के पीछे सेक्टर पांच में काम करने वाले सुनील कुमार भी बिना काम कराये लौट गये। इन्द्रलोक निवासी एक महिला भी काउंटर पर किसी को न पाकर वापिस लौट गयी।
डाकघर की व्यवस्था और कर्मचारियों के स्वेच्छाचारिता से आहत त्रिलोक चन्द्र भट्ट ने जहां तत्काल डाक विभाग के कस्टमर केयर पर शिकायत दर्ज करायी वहीं चीफ पोस्टमास्टर जनरल उत्तराखण्ड को मामले से अवगत कराया गया। उन्होंने कहा डाक विभाग द्वारा निर्धारित समयसारिणी के अनुसार उप डाकघर सेक्टर 1 बीएचईएल, हरिद्वार की डाक बुकिंग और बैंकिंग ग्राहक सेवा काउंटरों के न खुलने और काउंटरों पर कार्मिकों की समयबद्ध उपस्थिति न होने कारण कारण ग्राहकों को अनावश्यक रूप से परेशान होकर दूसरे संस्थानों में बैंकिंग सेवाएं लेने के साथ अपनी जरूरी डाक सामग्री प्राइवेट कोरियर सर्विस से भिजवानी पड़ती है।
"मैं कई बार यह सोचकर घर से निकली कि सुबह डाकधर में भीड़ नहीं होगी और जल्दी काम हो जायेगा लेकिन सेक्टर 1 की डाक पंजीयन विंडो पर सवा दस बजे तक भी काम शुरू नहीं होता, जिससे निराशा होती है। अब मैंे डाकघर के बजाय प्राइवेट कोरियर सेवा का उपयोग कर रही हूं।’ सोमवार को मैं करीब ग्यारह बजे पोस्ट आफिस गयी थी। मुख्य दरवाजा बंद था और बुकिंग विंडो पर कोई नहीं मिला जिस कारण वापिस लौट कर प्राइवेट कोरियर किया।" -सुदेश आर्या
मुझे अक्सर पोस्ट आफिस जाना होता है। कई बार डाक बुकिंग काउंटर पर कर्मचारी अंदर का काम करते हैं, जबकि काउंटर कलर्क पता नहीं होता, और बाहर खड़े लोग इंतजार करते हुए परेशान होते रहते हैं
-सुनील कुमार