नाबालिग से दरिंदगी के आरोपी महंत और उसके सहयोगी के घर पर चला बुलडोजर
उग्र वकीलों से बचाने के लिए महंत को पहनाना पड़ा हेलमेट
मध्य प्रदेश में रीवा के सर्किट हाउस में नाबालिग से दरिंदगी के आरोप में गिरफ्तार किए गए कथित बाबा महंत सीताराम दास का घर बुलडोजर से तोड़ दिया गया है। प्रशासन की टीम ने बाबा के सहयोगी विनोद पांडे का घर भी ढहा दिया। सीताराम दास का पैतृक गांव गढ़ थाना क्षेत्र के गुढ़वा में है। जबकि उसका सहयोगी विनोद पांडे नई गढ़ी थाना क्षेत्र के अंकौरी गांव का रहने वाला है।
फरार चल रहे आरोपी बाबा सीताराम दास उर्फ समर्थ त्रिपाठी को 30 मार्च को सिंगरौली से पकड़ा गया था। रीवा और सिंगरौली पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में उसे बस स्टैंड के पास नाई की दुकान से गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तारी के बाद आरोपी सीताराम दास और उसके सहयोगी विनोद पांडे को सिविल लाइन पुलिस थाने से जुलूस निकालते हुए पैदल न्यायालय तक लेकर गई। न्यायालय ने आरोपियों को पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड में रखने का आदेश दिया है। जब पुलिस जब बाबा को कोर्ट से वापस लेकर जा रही थी, तभी वकील उग्र हो गए। उन्होंने सीताराम दास के साथ मारपीट करने की कोशिश की। वकीलों के गुस्से को देखकर कोर्ट परिसर में भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा। इसके बाद बाबा को बचाने के लिए हेलमेट पहनाकर पुलिस उसे थाने ले गयी।
बताते चलें कि सीताराम दास पर रीवा के सर्किट हाउस में नाबालिग युवती के साथ दरिंदगी का आरोप है। एक कार्यक्रम के लिए रीवा आए बाबा के चेले 28 मार्च को सतना जिले की एक युवती को बहला-फुसलाकर लाए थे। उन्होंने सर्किट हाउस में पहले शराब पी और जबरदस्ती युवती को भी पिलाई। इसके बाद उन्होंने युवती को बंद कमरे में बाबा के साथ छोड़ दिया। बाबा की ज्यादती का शिकार हुई युवती को उसके चेले वापस लेकर जा रहे थे कि रास्ते में अपने एक परिचित को देखकर युवती कार से कूद गई और पुलिस के पास पहुंच गई थी।