मातृसदन में अनशन पर बैठे ब्रह्मचारी, ये हैं मांग
हरिद्वार स्थित मातृसदन में विभिन्न मांगों को लेकर ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद बुधवार को अनशन पर बैठ गए हैं।
ये हैं प्रमुख मांग
- 2011 में स्वामी निगमानन्द जी की हत्या मामले की आगे जांच हेतु उत्तराखंड उच्च न्यायालय के एक वर्तमान न्यायाधीश के नेतृत्व में विशेष जांच दल का गठन हो, और तत्काल सीबीआई इस मामले में आगे कार्यवाही करे |
- 2018 में स्वामी सानंद जी की हत्या मामले की जांच हेतु उत्तराखंड उच्च न्यायालय के एक वर्तमान न्यायाधीश के नेतृत्व में विशेष जांच दल का गठन हो और तत्काल इस मामले के सत्य को सबके सामने लाया जाए |
- 2020 में साध्वी पद्मावती जी के साथ हुए घटनाक्रम की जांच हेतु एक महिला जांच अधिकारी के नेतृत्व में विशेष जांच दल का गठन हो और तत्काल इसमें कार्यवाही की जाए |
जिला न्यायालय, हरिद्वार में मातृ सदन के जितने भी मुकदमें लंबित हैं, उनपर एक विशेष पैनल बनाकर तत्काल सुनवाई हो | - गंगा को लेकर सरकार द्वारा मातृ सदन को जितने भी आश्वासन दिये गए हैं, जिनमें 9 अक्टूबर, 2018, 1 अक्टूबर, 2019, 2 सितम्बर, 2020 एवं 1 अप्रैल, 2021 को सरकार द्वारा दिये गए पत्र मुख्य हैं, उन्हें अक्षरशः ज़मीन पर लागू किया जाए | जल शक्ति राज्य मंत्री श्री रतन लाल कटारिया जी द्वारा राज्य सभा में 31 जुलाई, 2019 को मातृ सदन को दिये गए सारे आश्वासनों को प्रशासन तत्काल लागू करे |
- धर्म नगरी कहे जाने वाले हरिद्वार में बीते कुछ वर्षों में राजनेताओं, पुलिस, प्रशासन और अब यहाँ तक कि जिला न्यायालय के कुछ जज एवं मैजिस्ट्रेट का जो गठजोड़ हो गया है, उसके लिए केंद्र सरकार तत्काल एक पैनल बनाकर इनके खिलाफ जांच बैठाये | श्री भगवान दास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ निरंजन मिश्रा जी की गिरफ्तारी ऐसे ही गठजोड़ का परिणाम है |