अब क्लाउड कम्प्यूटिंग कंपनियों में ऑप्शन नहीं, वरदान

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी की ओर से ई-एचआर कॉन्क्लेव : देश और दुनिया के पांच एचआर दिग्गजों ने साझा किए अनुभव

  • ख़ास बातें
  • फ्यूचर में हर कंपनी को क्लाउड कम्प्यूटिंग का उपयोग करना होगाः साह
  • आर्किटेक्टिंग द फ्यूचर ऑफ वर्क लैंड्सकैप पर बोले एल्विन डेविड
  • सिग्निफिकेन्स ऑफ क्लाउड कम्प्यूटिंग इन डाटा मैनेजमेंट पर भी चर्चा
  • मीनाक्षी खेरा का टेलेंट मैनेजमेंट ट्रेंड्स इन चेंजिंग बिजनेस पर व्याख्यान
  • दिव्या बोलीं रीबिल्डिंग ऑर्गेनाइजेशन्स- फ्रॉम हाइअरार्की टु नेटवर्क्स पर टीएमयू के वीसी प्रो. रघुवीर सिंह क्लाउड कम्प्यूटिंग के महत्व पर बोले
  • कॉन्क्लेव का मकसद स्टुडेंट्स में जॉब के प्रति अवेयरनेसः डॉ. आदित्य
  • प्रो. कृष्णिया ने कहा, स्टुडेंट्स में डवलप करनी होंगी नई स्किल्स
  • एसोसिएट डीन प्रो. मंजुला जैन ने अंत में दिया वोट ऑफ थैंक्स

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी ने एक और इतिहास रचा है। यूनिवर्सिटी में देश और दुनिया के हयूमन रिसोर्स के दिग्गजों ने ऑनलाइन अपने अनुभव साझा किए। तीन घंटे चली ई-एचआर कॉन्क्लेव- एस ऑफ इंडस्ट्रीज इन रैपिडली चेंजिंग बिजनेस इंवायरमेंट में इन हस्तियों ने कहा, हयूमन रिसोर्स किसी भी ऑर्गेनाइजेशन का अति महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह अब ऑप्शन नहीं, बल्कि वरदान है। दुनिया का कोई भी ऑर्गेनाइजेशन हयूमन रिसार्स की अनदेखी नहीं कर सकता है, क्योंकि यह संस्थान की वर्थ की मानिंद है। इससे पूर्व की-नोट स्पीकर्स- टीम कम्प्यूटर के चीफ हयूमन रिसोर्स ऑफिसर श्री अमूल्य साह, न्यूजेन सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी लिमिटेड में एचआरडी के जीएम श्री एल्विन डेविड, मर्केन्टाइल इंफॉरमेशन एंड टेलीकम्यूनिकेशन टेक्नोलॉजी के बिजनेस हेड एंड जीएम श्री सुजीथ कुमार वी, क्रीडेक्स टेक्नोलॉजी की जीएम एचआर मिस मीनाक्षी खेरा, क्लाउड एनालॉजी की एचआर हेड मिस दिव्या डंग के अलावा तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो. रघुवीर सिंह, रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा, एसोसिएट डीन प्रो. मंजुला जैन, निदेशक सीटीएलडी प्रो. आरएन कृष्णिया, डायरेक्टर सीआरसी श्री विनीत नहरा, असिस्टेंट डायरेक्टर्स- श्री विक्रम रैना, श्री आकाश भटनागर की भी गरिमामयी मौजूदगी रही। संचालन सीटीएलडी की मास्टर ट्रेनर जैस्मिन स्टीफन ने किया।

की-नोट स्पीकर श्री अमूल्य साह ने फ्यूचर ऑफ क्लाउड एंड रिमोट प्रोसेस ऑटोमेशन के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा, भविष्य में प्रत्येक कंपनी को क्लाउड कम्प्यूटिंग का उपयोग करना ही पड़ेगा। उन्होंने क्लाउड कम्प्यूटिंग के विभिन्न प्रकार जैसे- प्राइवेट क्लाउड, पब्लिक क्लाउड, हाइब्रिड क्लाउड आदि के फायदे की भी जानकारी दी। श्री एल्विन डेविड ने बतौर की-नोट स्पीकर आर्किटेक्टिंग द फ्यूचर ऑफ वर्क लैंड्सकैप पर बोलते हुए हाइब्रिड वर्कप्लेस, गिग इकॉनामी और कोलैबोरेशन पर गहनता से प्रकाश डाला। श्री डेविड ने स्टुडेंट्स से क्रिएटिविटी, एम्पैथी, कोलैबोरेशन, कम्पैशन, क्यूरोसिटी, इमोशनल कान्सेंट और गुड कम्युनिकेशन स्किल्स पर ध्यान देने की पुरजोर वकालत की। थर्ड की-नोट स्पीकर श्री सुजीथ कुमार वी ने सिग्निफिकेन्स ऑफ क्लाउड कम्प्यूटिंग इन डाटा मैनेजमेंट पर विस्तार से चर्चा की और क्लाउड कम्प्यूटिंग के महत्व को इन आंकड़ों के संग कहा, वर्तमान में क्लाउड कम्प्यूटिंग का बाजार 371 बिलियन डॉलर का है। 2025 तक यह बाजार 832 बिलियन डॉलर का होने की उम्मीद है।

मिस मीनाक्षी खेरा ने बतौर मुख्य वक्ता टेलेंट मैनेजमेंट ट्रेंड्स इन चेंजिंग बिजनेस पर अपना व्याख्यान दिया। मिस खेरा ने एम्पलॉयी एजुकेशन इन लेटेस्ट टेक्नोलॉजी, डाइवर्सिटी, इक्विटी, इंक्लूश़न, एम्पैथी फ्लेक्सिविटी, एम्पलॉयी एक्सपीरियंस आदि के बारे में अपने अनुभव साझा किए। साथ ही उन्होंने एम्पलॉयी बॉडी और हैल्थ एंड वैल बींग पर भी जोर दिया। मिस दिव्या डंग ने मुख्य वक्ता की हैसियत से रीबिल्डिंग ऑर्गेनाइजेशन्स- फ्रॉम हाइअरार्की टु नेटवर्क्स पर बोलते हुए ऑर्गेनाइजेशन के स्ट्रक्चर पर विस्तार से बताया। उन्होंने कहा, वर्तमान समय में ऑर्गेनाइजेशन के स्ट्रक्चर में फ्लैक्सिबिलिटी होनी चाहिए। मिस दिव्या ने कंपनियों के हाइब्रिड ऑर्गेनाइजेशन स्ट्रक्चर पर भी जोर दिया। कॉन्क्लेव का शंखनाद करते हुए टीएमयू के वीसी प्रो. रघुवीर सिंह ने क्लाउड कम्प्यूटिंग के संग-संग रीमोट प्रोसेस ऑटेमेशन, वर्कप्लेस लैंड्सकैप, डेटा मैनेजमेंट, टेलैंट मैनेजमेंट आदि शब्दों की भी तर्कसंगत व्याख्या की। रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा बोले, यह कॉन्क्लेव यूनिवर्सिटी के स्टुडेंट्स के लिए न केवल पॉजिटिव इंवायरमेंट तैयार करेगा, बल्कि उनके भविष्य के स्वर्णिम द्वार भी खोलेगा। निदेशक सीटीएलडी प्रो. आरएन कृष्णिया ने सारगर्भित संबोधन में कहा, 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने के लिए यूनिवर्सिटी के स्टुडेंट्स को क्रिएटिविटी, कम्पैशन, क्यूरोसिटी, इमोशनल कान्सेंट और गुड कम्युनिकेशन स्किल्स से लबरेज होना होगा। अंत में सभी मेहमानों का आभार व्यक्त करते हुए एसोसिएट डीन प्रो. मंजुला जैन बोलीं, यह हमारे लिए गर्व का विषय है, टीएमयू के ई-एचआर कॉन्क्लेव में नामचीन इंडस्ट्रीज के स्टॉलवर्टस एक मंच पर जुटे। अपने अनमोल अनुभवों को साझा किया। बदलते कारोबारी माहौल में किस तरह ऑर्गेनाइजेशन्स के फंक्शनिंग में आमूल-चूल परिवर्तन आया है। इस कॉन्क्लेव में डायरेक्टर सीआरसी श्री विनीत नहरा, असिस्टेंट डायरेक्टर्स- श्री विक्रम रैना, श्री आकाश भटनागर की उल्लेखनीय भूमिका रही।

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