महाहुंकार रैली निकालकर फार्मासिस्टों ने किया सीएम आवास कूच, पुलिस से हुई नोकझोंक
उत्तराखण्ड के प्रशिक्षित बेरोजगार फार्मासिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों और फार्मासिस्टों ने गांधी पार्क से लेकर सीएम आवास तक महाहुंकार रैली निकाली। रैली में कई महिला फार्मासिस्ट अपने मासूम बच्चों को लेकर भी शामिल हुईं। रैली निकाल रहे फार्मासिस्ट जैसे ही हाथीबड़कला के पास पहुंचे पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में पुलिस ने उन्हें बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया। रोके जाने पर फार्मासिस्ट भड़क गए और हंगामा करने के साथ ही सरकार, शासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। प्रदर्शन के दौरान जैसे ही पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों के आदेश पर पुलिसकर्मियों ने महिला फार्मार्सिस्टों को जबरन उठाना शुरू किया तो उनके साथ मौजूद बच्चे चीखने चिल्लाने लगे। आखिरकार बच्चों को रोता हुआ देखकर पुलिसकर्मियों ने महिलाओं को वहीं छोड़ दिया, जबकि बाकी फार्मासिस्टों को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन ले गई। पुलिसकर्मियों ने धरने पर बैठे एसोसिएशन पदारधिकारियों व फार्मासिस्टों को जबरन उठाना शुरू किया तो पुलिसकर्मियों व फार्मासिस्टों के बीच जमकर खींचतान होने के साथ ही धक्का-मुक्की भी हुई। कुछ फार्मासिस्ट चोटिल भी हो गए। आखिरकार पुलिस कई फार्मासिस्टों को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन ले गई। जहां बाद में सभी को मुचलके पर छोड़ दिया गया। प्रदर्शनकारी उपकेंद्रों व वेलनेस सेंटरों में पूर्व में नियुक्त 536 फार्मासिस्ट के पदों को जनहित में आईपीएचएस मानकों को फार्मेसी संवर्ग में शिथिलता बरतते हुए यथावत रखे जाने, उपकेंद्रों सहित फार्मासिस्टों के रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती प्रक्रिया शुरू किए जाने व पर्वतीय क्षेत्रों में अवस्थित सभी शेष 1368 उपकेंद्रों में फार्मासिस्ट के पदों का सृजन करते हुए नियमित नियुक्तियां किए जाने की मांग कर रहे थे। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल पार्टी के कई पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं के साथ बेरोजगार फार्मासिस्टों को समर्थन देने रैली स्थल पर पहुंचे और उन्होंने हुंकार रैली को संबोधित भी किया।