राज्यसभा में विपक्ष ने फिर तोड़ी मर्यादाएं……..
जिस संसद को बड़े सम्मानभाव से देखा जाता रहा है अब वहां जनता का प्रतिनिधित्व करने वाले माननीयों का जो व्यवहार देखा जा रहा है वह संसद की मर्यादा और गरिमा को तार-तार कर रहा है। ऐसी ही घटना इस मानसूस सत्र में एकबार पुनः संसद में दोहराई गयी। इस दौरान कृषि कानूनों के विरोध में हंगामा करते हुए विपक्षी दल के नेता वेल में पहुंचे और डेस्क पर चढ़कर आसन की तरफ रूल बुक फेंक दी। हंगामें नेतृत्व करने वाले कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा का सोशल मीडिया पर तेजी से वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है। बाजवा ने कहा कि उन्हें राज्यसभा में हंगामा करने का कोई पछतावा नहीं है। वह कृषि कानूनों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए किसी भी तरह की कार्रवाई का सामना करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा, ‘मुझे कोई पछतावा नहीं है। अगर सरकार हमें तीन काले कृषि विरोधी कानूनों पर चर्चा करने का मौका नहीं देती है तो मैं इसे 100 बार फिर से करूंगा’। बाजवा बोले, मुझे खुशी होगी अगर सरकार किसानों के मुद्दों को उजागर करने और किसान विरोधी कानूनों को निरस्त करने की मांग करने के लिए मुझे दंडित करेगी। एक किसान का बेटा होने के नाते, मैं किसानों और उनके मुद्दों के साथ खड़ा हूं। जब सदन में किसानों के मुद्दों पर चर्चा शुरू होनी थी तब विपक्षी सदस्यों के विरोध के दौरान अधिकारियों की मेज पर चढ़कर बाजवा को आसन की ओर एक ‘ऑफिशियल फाइल’ फेंकते देखा गया।