देहरादून स्कूली बच्चों को बेचते थे स्मैक, आखिरकार गिरफ्त में आए शातिर तस्कर

एक वक्त था जब नशे के लिए सिर्फ पंजाब बदनाम हुआ करता था, लेकिन अब ये मर्ज उत्तराखंड को भी कलंकित करने लगा है। नशे के खिलाफ पुलिस प्रदेशभर में अभियान चला रही है, लेकिन नशा तस्करी रुक नहीं रही। स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र नशे की लत में पड़कर अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं। 

देहरादून पुलिस ने हाल में दो स्मैक तस्करों को गिरफ्तार किया है। ये दोनों स्कूल-कॉलेज के बच्चों को स्मैक बेचते थे। तलाशी के दौरान आरोपियों के पास से पुलिस ने 17.35 ग्राम स्मैक भी बरामद की। घटना रायवाला क्षेत्र की है। बुधवार को यहां देहरादून-हरिद्वार बॉर्डर पर पुलिस चेकिंग कर रही थी। तभी दो युवक वहां से गुजरे। पुलिस ने दोनों को रोका तो वो घबरा गए। गतिविधियां संदिग्ध लगने पर पुलिस ने आरोपियों की तलाशी ली तो उनके पास से स्मैक बरामद हुई। आरोपियों की पहचान जयपाल सजवाण पुत्र केसर सिंह सजवाण, निवासी जौलीग्रांट थाना डोईवाला और उमेद सिंह कृशाली पुत्र पदम सिंह कृषाली निवासी अठूरवाला भनियावाला के रूप में हुई है। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने कई बड़े खुलासे किए। उन्होंने बताया कि वो रुड़की में किसी सलमान नाम के व्यक्ति से स्मैक खरीदते थे। इसे ऊंचे दामों में शिक्षण संस्थानों के छात्रों को बेचा जाता था। इस बार भी वो जौलीग्रांट स्थित शिक्षण संस्थानों के छात्रों को स्मैक सप्लाई करने जा रहे थे, लेकिन पकड़े गए। अब पुलिस उस शख्स की तलाश कर रही है, जिससे दोनों आरोपी स्मैक खरीदा करते थे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नशे के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा। देहरादून पुलिस लगातार बॉर्डर पर नशे के खिलाफ चेकिंग कर रही है, दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

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