बिना अनुमति जलूस निकालना महंगा पड़ा। 120 अभियंताओं के विरूद्ध दर्ज हुआ मुकदमा
देहरादून में बिना अनुमति के परेड ग्राउंड से जुलूस निकाल कर कनक चौक के पास बैरिकेड तोड़कर सचिवालय के निकट पहुंचने वाले लोक निर्माण विभाग के कनिष्ठ अभियंताओं के विरूद्ध पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। संविदा पर कार्यरत करीब 120 कनिष्ठ अभियंताओं पर बिना अनुमति के परेड ग्राउंड से जुलूस निकालने का आरोप है। पुलिस का आरोप है कि कुछ प्रदर्शनकारी कनक चौक के पास बैरिकेड तोड़कर सचिवालय के बैरिकेड तक पहुंच गए थे। इनमें से जनक सिंह, विवेक कुमार व सूरज डोभाल के विरुद्ध नामजद और अन्य अज्ञात के विरूद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। गौरतलब है कि दिसंबर को लोक निर्माण विभाग में विभागीय संविदा पर कार्यरत करीब 120 कनिष्ठ अभियंताओं ने परेड ग्राउंड में धरना-प्रदर्शन करने के बाद सचिवालय कूच किया था। इसके लिए कर्मचारियों ने प्रशासन से अनुमति नहीं ली थी। इस दौरान पुलिस ने कनक चौक पर बैरिकेड लगाकर इन्हें रोकने की कोशिश की तो कुछ कर्मचारी बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ गए जिन्हें सचिवालय से पहले बैरिकेड लगाकर रोक लिया गया था। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन वह नहीं मानें। प्रदर्शन में शामिल कुछ कर्मचारियों को पुलिस ने वाहनों में बैठाकर झाझरा ले जाकर छोड़ दिया। इस बीच कुछ कर्मचारी परेड ग्राउंड में फिर से एकत्रित हो गए, पुलिस ने इन्हें एकता विहार स्थित धरना स्थल में जाने के लिए कहा, लेकिन इनमें दो कर्मचारी परेड ग्राउंड के पास स्मार्ट सिटी के कार्यालय में घुस गए और स्टोर में रखी सीढ़ी को उठाकर ले गए। कर्मचारी सीढ़ी से जल संस्थान की टंकी के ऊपर चढ़ कर वहां से अपने फ्लैक्स लहराते हुए नारेबाजी करने लग गए थे। जिनकों बमुशकिल समझा-बुझाक नीचे उतारा गया था।