आपरेशन के दौरान डाक्टर ने पेट में ही छोड़ी पट्टी, मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान
देहरादून के एक अस्पताल में आपरेशन के लिए आई प्रसूता का जब आपरेशन हुआ तो डाक्टर ने पट्टी उसके पेट में ही छोड़ दी। महिला कई दिनों तक परेशान रही लेकिन उसे आराम नहीं मिला। जब अल्ट्रासांड साउंड कराया गया तो पता चला कि पेट में कोई वस्तु है। यह मामला गांधी शताब्दी अस्पताल का है। उत्तराखंड मानवाधिकार आयोग ने इस पर संज्ञान लेकर स्वास्थ्य महानिदेशक को नोटिस भेजकर चार सप्ताह में रिपोर्ट तलब की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार देहरादून की नेहरू कालोनी निवासी एक शिक्षक की पत्नी की 28 अक्टूबर, 2020 को गांधी शताब्दी अस्पताल में सिजेरियन डिलीवरी हुई थी। आरोप है कि चिकित्सक ने आपरेशन के दौरान प्रसूता के पेट में पट्टी पेट छोड़ दी। महिला को परेशानी होने पर उसका अल्ट्रासाउंड कराया गया। तब दूसरा आपरेशन कर गर्भाशय से पट्टी निकाली गई। उन्होंने चिकित्सक से संपर्क करना चाहा, पर वह नहीं मिली। मामले की उच्चाधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस मामले में भूपेंद्र कुमार नाम के व्यक्ति ने मानवाधिकार आयोग में शिकायत की।