फॉर्च्यूनर गाड़ी के बिना फेरों के लिए तैयार नहीं हुआ दूल्हा, गले से खींचकर सोने की चैन फैंकी
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले और हरियाणा के करनाल में बेटी की शादी करने गये एक परिवार की एलएलबी, एलएलएम, पीएचडी डिग्रीधारी उच्च शिक्षित और नौकरी पेशा दुल्हन, दहेज लोभी दूल्हे की मांग पूरी न होने के कारण फेरांे के जोड़े में बैठी रह गयी। कृषि विभाग में सेवारत् जींद निवासी दूल्हे नसीब द्वारा फेरों से पहले रस्म के दौरान फॉर्च्यूनर गाड़ी की मांग पूरी न होने पर दूल्हा और उसके परिवार वाले फेरों के लिए तैयार नहीं हुए। यही नहीं लग्न की रश्म बारात के आने के बाद लग्न की रस्म के दौरान दूल्हे के पिता को अंगूठी और दूल्हे को चेन पहनाई गई। जब वो लग्न की प्रक्रिया पूरी होने के बाद वहां से उठे तो दूल्हे नसीब ने चेन गले से खींचकर फेंक दी। दुल्हन के पिता हाथ जोड़कर उनसे प्रार्थना करने लगे लेकिन किसी का दिल नहीं पिघला। दुल्हन के पिता का कहना है कि दूल्हे के बहनोई व दूसरे भाई की भी सोने की चेन चाहिए थी, जो हम नहीं दे सके। लड़की की मां ने कहा कि उसने लड़का पक्ष के लोगों के पैर पकड़ेण् कोई मानने को तैयार नहीं हुआ, उनका जमाई भी गाड़ी की मांग कर रहा था। दूल्हे का जीजा दिल्ली पुलिस में हैण् वो आकर कह रहा है कि आपने फार्च्यूनर कहा था, अब क्यों मुकर रहे हो। मौके पर पहुंची पुलिस को देखकर दूल्हा पक्ष रात को फेरों का मुहुर्त निकलने के कई घंटों बाद सुबह शादी के फेरों के लिए राजी हो गया । लेकिन दुल्हन बनी कोमल ने कहा कि ऐसे दहेज लोभियों के साथ बिल्कुल शादी नहीं करना चाहती। मामले की जांच कर रहे DSP अभिलक्ष्य जोशी ने बताया कि मामला दर्ज किया गया है। इसके बाद जो भी बयान लड़की पक्ष की तरफ से आएंगे, उसके तहत जो भी धारा बनती होंगी, वे और जोड़ दी जाएंगी। मामला गंभीर है। ऐसे में पुलिस की तफ्तीश में क्या कुछ सामने आता है, वह देखना होगा।