उत्तराखण्ड: साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश, सवा करोड़ की नकदी बरामद
देहरादून। उत्तराखण्ड पुलिस ने देहरादून के काल सेंटर खोल कर साइबर ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफास किया है। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने काल सेंटर से 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिनके कब्जे से एक करोड़ 26 लाख रुपये की बरामदगी हुई है। आरोपित दिल्ली से लोगों के नंबरों का डाटा लेकर नामी कंपनी माइक्रोसाफ्ट के प्रतिनिधि बनकर लोगों को फोन करने के बाद कंप्यूटर और लैपटाप में एंटी वायरस डालने के नाम पर 500 से एक हजार डालर लेते थे। लेकिन एंटी वायरस नहीं डालते थे। आरोपितों ने माइक्रोसाफ्ट कंपनी के नाम से अपना टोल फ्री नंबर भी जारी कर रखा था। गूगल में कंपनी का नंबर सर्च करने पर यह नंबर दिखाई देते था। जिससे लोग इनके झांसे में फंस जाते थे।
गिरफ्तार किये गये आरोपित देहरादून में बैठकर अमेरिका और कनाडा फोन करके वहां नागरिकों से ठगी करते थे। यही नहीं वह लोगों को फोन करके धमकाते थे कि उन्होंने पोर्न साइट सर्च की है, ऐसे में उनके खिलाफ कार्रवाई होने जा रही है। आरोपित कार्रवाई न करने के एवज में उनसे मोटी धनराशि वसूल करते थे। इन्होंने देहरादून के ईसी रोड पर चार लाख रुपये प्रति महीना के किराये पर एक बिल्डिंग ले रखी थी। इसमें ही ये काल सेंटर ए टू जेड का संचालन कर रहे थे। पुलिस की माने तो आरोपितों ने इसके लिए बकायदा 300 लोगों का स्टाफ रखा हुआ था और वे उन्हें 20 से 25 हजार रुपये महीना सेलरी देते थे।