केजरीवाल का एलान-अयोध्या, अजमेर शरीफ और करतारपुर साहिब के मुफ्त दर्शन करायेगी आम आदमी पार्टी
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने हरिद्वार आगमन पर एलान किया कि उत्तराखण्ड में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर दिल्ली की तर्ज पर तीर्थयात्रा योजना शुरू की जायेगी। उन्होंने कहा कि आम आदमी की सरकार बनने पर उत्तराखण्ड के लोगों को अयोध्या, मुस्लिमों को अजमेर शरीफ और सिक्खों को करतारपुर साहिब के मुफ्त दर्शन करायेगी। केजरीवाल ने कहा कि हम लोक भी सुधारेंगे और परलोक भी सुधारेंगे। केजरीवाल आज उत्तराखंड के एक दिवसीय दौरे पर हरिद्वार पहुंचे थे। उन्होंने पार्टी के प्रचार का पोस्टर एक ऑटो पर लगाया और ऑटो में बैठकर हरिद्वार में निकले। उनके साथ आगामी चुनाव में आप पाटी के मुख्यमंत्री प्रत्याशी कर्नल अजय कोठियाल भी शामिल रहे। इसके बाद उन्होंने हरिद्वार में टैक्सी, ऑटो और ई-रिक्शा यूनियन के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस ने पिछले 20 सालों में उत्तराखंड में भ्रष्टाचार के अलावा कुछ नहीं किया है। दोनों पार्टियों के पास एक दूसरे का स्टिंग है। दोनों पार्टियां उत्तराखंड को लूटने में लगीं हैं। दोनों की नीयत नहीं है कि वह स्कूल और हॉस्पिटल बनाएंगे। केजरीवाल ने कहा कि आप अकेली पार्टी है जो कहती है कि उसने अच्छे अस्पताल और स्कूल बनाए हैं। हम सत्ता में आए तो यहां भी ऐसा करेंगे। केंद्र की आयुष्मान भारत योजना को लेकर देश और प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा सरकारों को घेरते हुए उन्होने इसे एक बहुत बड़ा घोटाला बताया है। इसकी तुलना में उन्होंने दिल्ली के स्वास्थ्य ढांचे की सभी खूबियां गिनाईं। केजरीवाल ने कहा कि अगर उतराखंड में ‘आप’ की सरकार बनी तो यहां भी दिल्ली जैसी स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। केजरीवाल ने आयुष्मान भारत योजना पर सवाल उठाते हुए कहा कि मैं अभी किसी की आलोचना नहीं करना चाहताए लेकिन श्आपश् सर्वे करवा सकते हैं कि उत्तराखंड में योजना के तहत कितने लोगों का इलाज हुआ। यह लाभार्थियों को 5 लाख रुपये तक का मेडिकल कवर प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली में लोगों के लिए सभी बीमारियों का इलाज मुफ्त कर दिया है। अगर आपको किसी बीमारी के इलाज के लिए 60.70 लाख रुपये का बिल मिलता है तो भी दिल्ली सरकार अपने सभी सरकारी अस्पतालों और मोहल्ला क्लीनिकों में मुफ्त इलाज की सुविधा देगी, फिर आयुष्मान की जरूरत क्यों?