पत्रकारों के हित में संपादकीय प्रभारियों की परिचर्चा

देहरादून में उत्तरांचल प्रेस क्लब द्वारा उत्तराखंड के प्रतिष्ठित समाचार पत्रों और दूरदर्शन व आकाशवाणी के संपादकीय प्रमुखों के साथ क्लब व उसकी गतिविधियों के विस्तार और पत्रकारों के हितों के संबंध में विस्तृत परिचर्चा आयोजित की गई। परिचर्चा में अमर उजाला के स्थानीय संपादक संजय अभिज्ञान, हिन्दुस्तान के स्थानीय संपादक गिरीश गुरूरानी, दैनिक जागरण के राज्य संपादक कुशल कोठियाल, पंजाब केसरी के संपादक निशीथ जोशी, आकाशवाणी व दूरदर्शन (देहरादून केंद्र) के क्षेत्रीय समाचार एकांश के उप निदेशक (समाचार) राघवेश पांडेय व राष्ट्रीय सहारा के संपादक जितेंद्र नेगी ने भाग लिया। कार्यकारिणी के निमंत्रण पर सभी संपादकीय प्रमुख आज दोपहर क्लब पहुंचे, जहां उनका पुष्प देकर और उत्तराखंडी टोपी पहना कर स्वागत किया गया। परिचर्चा में हिंदुस्तान के स्थानीय संपादक गिरीश गुरूरानी ने कहा कि प्रेस क्लब की गतिविधियों को पत्रकारिता के क्षेत्र में आ रही नई पीढ़ी के लिए भी विस्तार दिया जाना चाहिए। नए पत्रकारों के साथ ही पूर्व से सक्रिय पत्रकारों को अपडेट रखने के लिए समय-समय पर वर्कशॉप व प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जाने चाहिए। अमर उजाला के स्थानीय संपादक संजय अभिज्ञान ने कहा कि प्रेस क्लब को मनोरंजन के अलावा सामाजिक सरोकारों से जुड़कर भी कार्य करना चाहिए। क्लब में पत्रकारों के लिए एक न्यूज रूम की भी व्यवस्था की जानी चाहिए, जहां फील्ड में कार्य कर रहे पत्रकार अपनी खबरें भेजने के लिए जरूरत पड़ने पर उसका इस्तेमाल कर सकें। उन्होंने कहा कि यूनिसेफ और अन्य संस्थाओं की मदद से कई कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं, इनका इस्तेमाल उत्तराखंड के पत्रकारों के लिए भी किया जा सकता है। दैनिक जागरण के राज्य संपादक कुशल कोठियाल ने कहा कि प्रेस क्लब को स्तरीय मनोरंजन और पारिवारिक माहौल को बढ़ावा देना चाहिए। साथ ही पत्रकारों के अधिकारों की रक्षा और सरकार के माध्यम से पत्रकारों के कल्याण से संबंधित योजनाएं लागू करवाने के लिए प्रयास करना चाहिए। पंजाब केसरी के संपादक निशीथ जोशी ने सुणव दिया कि प्रेस क्लब पुस्तकालय को और समृद्ध किया जाना चाहिए, ताकि पत्रकारों के बच्चे भी इसका लाभ उठा सकें। आकाशवाणी-दूरदर्शन (देहरादून) के संपादकीय प्रमुख राघवेश पांडेय ने कहा कि युवा पत्रकारों और पत्रकारिता की पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए कार्यशालाएं क्लब को आयोजित करनी चाहिए, जिनमें भाषा व वर्तनी के संबंध में उचित जानकारी मिल सके। राष्ट्रीय सहारा के संपादक जितेंद्र नेगी ने कहा कि प्रेस क्लब में इस तरह की परिचर्चा पहली बार हुई है और यह सराहनीय पहल है। उन्होंने कहा कि प्रेस क्लब को पत्रकारों के साथ ही साहित्यकारों को अपने साथ भी जोड़ना चाहिए ताकि साहित्यिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलता रहे। परिचर्चा के दौरान सभी संपादकों ने एक स्वर से आश्वस्त किया कि प्रेस क्लब की आधुनिक सुविधाओं से युक्त भव्य बिल्डिंग के निर्माण में आ रहे विलंब को दूर कराने और पत्रकारों की पेंशन, बीमा व अन्य सुविधाओं के लिए वे प्रेस क्लब कार्यकारिणी को हर स्तर पर पूरा सहयोग प्रदान करेंगे। इस अवसर पर प्रेस क्लब अध्यक्ष जितेंद्र अंथवाल ने सभी संपादकीय प्रमुखों का आभार व्यक्त करते हुए भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डाला। पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र सती व क्लब संरक्षक मंडल के सदस्य नवीन थलेडी ने भी सभी का आभार व्यक्त किया। परिचर्चा का संचालन क्लब महामंत्री ओपी बेंजवाल ने किया। क्लब कोषाध्यक्ष नवीन कुमार, संयुक्त मंत्री दिनेश चंद्र कुकरेती, नलिनी गोसाईं, कार्यकारिणी सदस्य महेश पांडे, राजेश बड़थ्वाल, राजकिशोर तिवारी, योगेश सेमवाल के साथ ही चांद मोहम्मद, राकेश खंडूरी, विनोद मुसान, विनोद पुंडीर भी मौजूद रहे।

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