ईएसआईसी देशभर में 23 अस्पताल खोलेगी, श्रमिकों को होगा लाभ

नई दिल्ली। गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा देखभाल प्रदान करने के लिए, ईएसआईसी नए अस्पतालों की स्थापना और मौजूदा अस्पतालों को उन्नत करके अपने बुनियादी ढांचे को बढ़ा रहा है। जिसके तहत आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) के एमआईएमपी (संशोधित बीमा चिकित्सा व्यवसायी) और टाई-अप अस्पतालों को सूचीबद्ध करके नए डीसीबीओ (औषधालय सह शाखा कार्यालय) की स्थापना के माध्यम से चिकित्सा देखभाल सेवाएं प्रदान की जाएंगी। इसके अलावा, देशभर में ईएसआईसी 23 नए 100-बेड वाले अस्पताल स्थापित करेगा। यह निर्णय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव की अध्यक्षता में रविवार को हुई ईएसआईसी की 188वीं बैठक में लिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इनमें से 6 अस्पताल महाराष्ट्र के पालघर, सतारा, पेन, जलगांव, चाकन और पनवेल, 4 अस्पताल हरियाणा के हिसार, सोनीपत, अंबाला और रोहतक में और 2 अस्पताल तमिलनाडु के चेंगलपट्टू और इरोड में, 2 अस्पताल उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद और गोरखपुर में एवं 2 अस्पताल कर्नाटक के तुमकुर और उडुपी में खोले जाएंगे।
वहीं, आंध्र प्रदेश के नेल्लोर, छत्तीसगढ़ के बिलासपुर, गोवा के मुलगांव, गुजरात के सानंद, मध्य प्रदेश के जबलपुर, ओडिशा के झारसुगुडा और पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में भी एक-एक अस्पताल खोले जाएंगे। इन अस्पतालों के अलावा 62 स्थानों पर पांच डिस्पेंसरियां भी खोली जाएंगी। इसके अलावा, महाराष्ट्र में 48 डिस्पेंसरियां, दिल्ली में 12 डिस्पेंसरियां और हरियाणा में 2 डिस्पेंसरियां खोली जाएंगी।
प्रस्तावित अस्पतालों और डिस्पेंसरियों में बीमित कर्मचारी और उनके आश्रितों को बेहतर गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
ईएसआईसी ने अपनी बैठक में बीमित श्रमिकों और उनके परिवार के सदस्यों को आयुष्मान भारत पीएमजेएवाई के पैनल में शामिल अस्पतालों के माध्यम से उन सभी क्षेत्रों में जहां ईएसआई योजना आंशिक रूप से लागू की गई है या लागू की जानी है, या जहां मौजूदा ईएसआईसी सीमित स्वास्थ्य सुविधाएं हैं, कैशलेस चिकित्सा देखभाल सेवाओं का लाभ उठाने की अनुमति देने का निर्णय लिया है।
इस टाईअप व्यवस्था के माध्यम से 157 जिलों में ईएसआई योजना के लाभार्थी पहले से ही कैशलेस चिकित्सा देखभाल का लाभ उठा रहे हैं।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि सनथनगर, फरीदाबाद और चेन्नई में तीन ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में रेडिएशन ऑन्कोलॉजी और परमाणु चिकित्सा विभाग स्थापित किए जाएंगे। यह पहली बार होगा जब ईएसआईसी के स्वामित्व वाली सुविधाओं पर ऐसी सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। सनथनगर, तेलंगाना और अलवर, राजस्थान में ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में दो कैथ लैब स्थापित किए जाएंगे।
पुणे में मौजूदा 200 बिस्तरों वाले ईएसआईसी अस्पताल को 500 बिस्तरों की सुविधा में अपग्रेड करने का भी निर्णय लिया गया। इस अस्पताल के अपग्रेडेशन से पुणे के 7 लाख कामगारों और उनके परिवार के सदस्यों को फायदा होगा।

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