उत्तराखण्ड पहुंचा हिजाब विवाद : देहरादून में हुई रैली
कर्नाटक से शुरू हुए हिजाब के विवाद ने उत्तराखण्ड में भी दस्तक दे दी है। देहरादून में महिलाओं ने हिजाब के समर्थन में रैली निकालकर राज्यापाल के नाम ज्ञापन भेजा।
इस मामले की शुरूआत कर्नाटक में स्कूल यूनीफार्म में हिजाब के विरोध को लेकर हुई थी। जो स्कूल अनुशान और ड्रेस कोड से जुड़ा था लेकिन कुछ राजनैतिक पार्टियों, नेताओं और धर्मगुरूओं ने इसे निजी और सार्वजनिक जीवन से जोड़ कर विरोध शुरू कर दिया। जिसके बाद मामला देश के अन्य हिस्सों में पहुंचा और सामाजिक माहौल बिगड़नेे लगा।
निजी जीवन में किसी भी धार्मिक प्रतीक के पहनावे पर कर्नाटक में भी विवाद नहीं था, वहां केवल विद्यालयों में ड्रेस कोड का अनुपालन करने को लेकर हिजाब पर विवाद हुआ। जिसके बाद भगवा स्कार्फ पहन कर विद्यालय आने पर दोनों पक्षों के विद्यार्थी आमने-सामने आये। लेकिन इस विवाद में राजनीति इतनी गर्मायी कि देश के अन्य हिस्सों सहित उत्तराखण्ड में भी हिजाब के समर्थन में रैली के आयोजन से अब उत्तराखण्ड की सियासत भी गरमा रही है।
अब देहरादून में भी हिजाब के समर्थन में महिलाओं द्वारा निकाली गई रैली में बड़ी संख्या में महिलाएं, युवितयां और पुरुष शामिल हुये। एडवोकेट रजिया बेग के नेतृत्व में रैली में शामिल महिलाओं ने अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन राज्यपाल को भेजा। इस अवसर पर रजिया बेग ने कहा कि मुस्लिम समाज लगभग डेढ़ हजार वर्षों से अपने हिसाब से जीता आ रहा है। देश का संविधान में भी लोगों को उनके धर्म का पालन करने का अधिकार देता है। देश में कई सालों से लोग मिलजुल कर रहते आ रहे हैं। यहां पर लोगों को रहने की आजादी है, लेकिन पिछले दिनों हिजाब को लेकर कर्नाटक में जो हुआ वह आपसी सौहार्द बिगाड़ने वाला है। उन्होंने राज्यपाल से मांग करते हुए कहा कि वह उत्तराखंड में इस तरह के विरोध को बढ़ावा देने से रोकें।