हल्द्वानी हिंसा के प्रभावित पत्रकारों को मिली 10 लाख की आर्थिक सहायता
घायलों के साथ मोबाइल और कैमरों के लिए भी मदद
जैसे-जैसे दिन बीते लंबी होती गयी सूची
-त्रिलोक चन्द्र भट्ट
8 फरवरी, 2024 को नैनीताल जनपद के बनभूलपुरा क्षेत्र में स्थित मलिक का बगीचा इलाके में अवैध मदरसे व नमाज स्थल तोड़ने पर भड़की हिंसा में 6 लोगों की मौत और 100 से अधिक घायलों में अनेक पत्रकार भी शामिल थे। जिन्हें प्रशासन द्वारा 10 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की गयी है। उत्तराखण्ड में उपद्रव, आगजनी और हिंसा की घटना में अब तक किन्हीं पत्रकारों का दिये जाने वाली यह सबसे बड़ी राशि है। फरवरी में घटित इस घटना के दो-तीन दिन के भीतर ही मृतकांे के नामों का भी खुलासा हो गया था, जबकि उस समय घायल और पीड़ित पत्रकारों के बारें में विशेष जानकारी नहीं मिल पायी थी। लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, प्रभावित पत्रकारों की संख्या बढ़ती गयी। अंततः करीब 25 पत्रकारों के नाम सामने आ गये।
उपद्रव, आगजनी और हिंसा की घटना के दिन जब अनेक मीडिया संस्थान और पत्रकार एक्सक्लूसिव रिपोर्टिंग में लगे थे। उस समय उत्तराखण्ड के मीडियाकर्मियों की प्रमुख राज्यस्तरीय पंजीकृत संस्था नेशनलिस्ट नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (एनयूजे उत्तराखण्ड) को घटना के समाचार से ज्यादा अपनों की चिंता थी। हिंसा, आगजनी, और उपद्रव को देखते हुए यूनियन ने उसी रात 11.40 बजे सर्वप्रथम उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, सूचना एवं लोक सपंर्क विभाग के महानिदेशक, बंशीधर तिवारी, कुमाऊँ के मंडलायुक्त दीपक रावत सहित नैनीताल के जिलाधिकारी और एस.एस.पीच को ई मेल कर हल्द्वानी के घायल पत्रकारों का विशेषज्ञ चिकित्सकों से अच्छे अस्पताल में निःशुल्क उपचार तथा आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग की थी।
9 फरवरी को संगठन में डॉक द्वारा पुनः मुख्यमंत्री और प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र भेजा। बाद में मुख्यमंत्री सहित तमाम सरकारी अधिकारी हल्द्वानी पहुंचे और उन्होंने घायल और पीड़ित पत्रकारों की कुशलक्षेम पूछी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि घायल पत्रकारों उनके क्षतिग्रस्त कैमरे और मोबाइलों को संदर्भ देते हुए 8 फरवरी की मध्यरात्रि को सबसे पहले नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स द्वारा जो मांग उठायी गयी थी मार्च, 2024 में वह मांग पूरी होकर घरातल पर उतर गयी। हालांकि घटना के कुछ दिन बाद कई और संगठनों ने भी यह मांग उठायी थी। लेकिन घटना के बाद नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (एनयूजे उत्तराखण्ड) का विजन और मिशन त्वरित कार्रवाई वाला रहा।
बनभूलपुरा इलाके में हुई हिंसा, आगजनी, और उपद्रव मे घायल पत्रकारों को जिलाधिकारी के माध्यम से आर्थिक सहायता तो मिल गयी है। लेकिन आर्थिक सहायता प्राप्त करने के दावे और प्रक्रिया अपने पीछे कई प्रश्नचिन्ह और अनसुलझे सवाल भी छोड़ गयी है।
आंकड़ों की बात करें तो बनभूलपुरा घटना में जिन पत्रकारों को आर्थिक सहायता मिली है उनमें 25 प्रेस प्रतिनिधि घायल बताये गये हैं, 2 पत्रकारों के मोबाइल क्षमिग्रस्त/मिसिंग हुए जबकि 2 ही प्रेस छायाकारों के कैमरे क्षतिग्रस्त/मिसिंग हुए इन सभी आर्थिक सहायता प्रदान की गयी है। कुछ नाम ऐसे भी हैं जिनको अलग-अलग मद में एकाधिक बार आर्थिक सहायता मिली है। घटना में 14 पत्रकारों के दोपहिया वाहन, आगजनी में जलाये गये जबकि 5 दुपहिया वाहन मिसिंग और 6 दुपहिया वाहन क्षतिग्रस्त हुए थे।
जिन पत्रकारों का आर्थिक सहायता मिली है और जिनके वाहन जलाये गये, क्षतिग्रस्त या लापता हुए है उनका विवरण इस प्रकार है।
आर्थिक सहायता प्राप्तकर्ता प्रेस प्रतिनिधियों की सूची
- योगेश शर्मा- रू. 94, 500.00
- गोविन्द सिंह – रू. 70, 900.00
- भानु चन्द्र जोशी – रू. 50, 800.00
- दीप सिंह बिष्ट – रू. 90, 621.00
- दीप चन्द्र – रू 35, 604.00
- पवन सिंह कुंवर – रू 35, 800.00
- बिजेन्द्र कुमार श्रीवास्तव रू. 38, 000.00
- मोहम्मद खालिद – रू 21, 500.00
- दीपक भंडारी- रू 21, 000.00
- जे0 ललित प्रसाद- रू 5, 000.00
- समीर बिसारिया -रू 29, 700.00
- अंकुर शर्मा रू. 6000.00
- राजेन्द्र सिंह बिष्ट 12, 500.00
- पंकज सक्सेना-रू. 44, 500.000
- रक्षित टंडन रू. 76, 598.00
- निशा उप्रेती रू. 65, 200.00
- कुलदीप सिंह रौतेला रू. 10, 400.00
- अंकित कुमार साह रू. 28, 430.00
- जगमोहन राम रू. 79, 800.00
- पंकज पाण्डे रू. 51, 500.00
- मुकेश सक्सेना रू. 5, 000.00
- ऋषि कपूर रू. 5, 500.00
- दीपक चन्द्र अधिकारी रू. 5, 000.00
- नरेन्द्र देव सिंह रू. 5, 000.00
- हर्ष रावत रू. 25, 000.00
मोबाइल क्षतिग्रस्त/मिसिंग
- बिजेन्द्र कुमार श्रीवास्तव रू. 3, 000.000
- जे. ललित प्रसाद रू. 3, 147.00
कैमरा क्षतिग्रस्त/मिसिंग
- राजेन्द्र सिंह बिष्ट रू. 65, 000.00
- जे0 ललित प्रसाद रू. 15, 000.00
(स्ंजय कनेरा (अमृत विचार) का कैमरा केनन 700 डी, तथा मोबाइल मोटो जी-60 क्षतिग्रस्त/मिसिंग हुआ लेकिन आर्थिक उन्हें आर्थिक सहायता नहीं मिली)
प्रेस प्रतिनिधियों पूर्णतः जले हुए वाहन
- योगेश शर्मा (इंडिया न्यूज) बुलेट UK04Y8403
- गोविन्द बिष्ट (दैनिक जागरण) बुलेट UK04W3356
- भानु जोशी (हिन्दुस्तान) बुलेट, रॉयल इनफील्ड 350 क्लासिक UK04T5160
- दीप सिंह बिष्ट (दैनिक जागरण) एवेंजर UK04AE6761
- दीप चन्द्र बेलवाल (दैनिक जागरण) स्पलेंडर बाइक (पंकज बेलवाल के नाम से) UK04W8659
- पवन सिंह कुंवर (प्राईम दैनिक अखबार/उत्तराखण्ड डिजीटल)UK04AC9807
- बिजेन्द्र कुमार श्रीवास्तव (अमर उजाला) स्कूटी हीरो मैस्ट्रो UK04AD8222
- मोहम्मद खालिद UK04S5059
- दीपक भंडारी UK04 S2307
- संजय कनेरा/जे0 ललित प्रसाद (अमृत विचार) पल्सर UK04C6580
- समीर बिसारिया (हिन्दुस्तान) होण्डा लीवो UP25 CJ8628
- अंकुर शर्मा (अमृत विचार) पल्सर UK04 G1776
- राजेन्द्र बिष्ट (अमर उजाला) हीरो बंक बाइक UK04 K5805
- पंकज सक्सेना (एचएनएन)हीरो सुपर स्पलेण्डर UK004AE3755
प्रेस प्रतिनिधियों के गुम हुए वाहन
- रक्षित टण्डन (न्यूज पोर्टल संचालक) स्कूटी जूपीटर 125 सीसी UK04AH8965
- निशा उप्रेती (जे0एन0एन0 न्यूज) एक्टिवा UK04 AJ1698
- कुलदीप सिंह रौतेला (स्वराज एक्सप्रेस) बजाज डिस्कवर UK04 K7619
- अंकित कुमार साह (एबीपी न्यूज) स्कूटी डैस्टीनि 125 सीसी एलएक्स (यह आकांक्षा साह के नाम से) UK04 AB8859
- जगमोहन राम (जे0एन0एन0 न्यूज) इलेक्ट्रिक स्कूटी BLM125002106019973
- प्रेस प्रतिनिधियों के क्षतिग्रस्त हुए वाहन
- पंकज पाण्डेय (एपीएन) एक्टिवा 125 सीसी UKO4AF0172
- मुकेश सक्सेना (नेटवर्क 10) बाइक (सुरेश सक्सेना के नाम से ) UKO4 F5081
- ऋषि कपूर (न्यूज दर्पण लाइव) स्पलेंडर UKO4 K3589
- दीपक चन्द्र अधिकारी (खबर फास्ट) होन्डा स्कूटी UKO4 W1014
- नरेन्द्र देव सिंह (अमृत विचार) बाइक (राघवेन्द्र के नाम से) UKO4 N5397
- हर्ष रावत (टीवी-9) स्पलेंडर UKO4 X7557