उत्तराखण्ड : टीएचडीसी ने हाट गांव में 16 मकान ध्वस्त किये, पुलिस ने विरोध कर रहे 7 ग्रामीण हिरासत में लिये
चमोली जनपद में विष्णुगाड़ पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना निर्माण के जद में आ रहे हाट के 16 मकान पर टीएचडीसी ने जेसीबी चला कर उन्हें ध्वस्त कर दिया। 444 मेगावाट की जल विद्युत परियोजना के लिए मकानों ध्वस्तीकरण का विरोध कर रहे 7 लोगों को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। जिनमें 3 महिलाएं हैं। इस गांव के कुछ लोग पहले ही विस्थापित हो चुके हैं। जबकि मुकेश गैरोलाए राजेंद्र हटवालए नर्वदा देवीए दीपक गैरोलाए भगवती हटवालए नमिता देवी और गुप्ता प्रसाद पंत ने न तो टीएचडीसी से मुआवजा लिया और न ही घरों को छोड़ा था। जिस पर उनके मकान जबरन तोड़़ दिये गये। पुलिस और प्रशासन की टीम ने पहले ग्रामीणों का सामान जबरन बाहर निकलवाया। उसके बाद घरों को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू की।
बता दें कि टीएचडीसी की 444 मेगावाट वाली विष्णुगाड-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना के लिए हाट गांव का विस्थापन होना है। गांव के 7 परिवार कई मांगों को लेकर विस्थापन से इंकार कर रहे थे। सुबह करीब साढ़े सात बजे टीएचडीसी के उनके ण्वस्तीकरण अभियान की कोई खबर नहीं थी। सुबह लोग उठे तो गांव में पुलिस देख खलबली मच गई। ग्रामीणों ने विरोध करना शुरू कर दिया। विरोध कर रहे ग्राम प्रधान राजेंद्र हटवाल, दशोली ब्लॉक के ज्येष्ठ उपप्रमुख पंकज हटवाल, मुकेश गैरोला व उनकी पत्नी प्रभा देवी, नव युवक मंगल दल के अध्यक्ष अमित गैरोला और कृष्ण चंद के साथ ही दो महिलाओं को पुलिस हिरासत में ले कर गोपेश्वर ले गयी। इसके बाद कंपनी की दो जेसीबी मशीनों ने मकानों को ध्वस्त करना शुरू कर दिया। पूरे दिन ध्वस्तीकरण की कार्रवाई चलती रही।