टीएमयू में आरसीटी के आधुनिक तरीकों पर व्याख्यान

तीर्थंकर महावीर डेंटल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर में डिपार्टमेंट ऑफ कंजरवेटिव डेंटिस्ट्री एंड एंडोडोंटिक्स की ओर से हुआ सीडीई प्रोग्राम

  • ख़ास बातें
  • एडवांसमेंट के दौर में अपडेट रहना जरूरी: प्रो. रघुवीर
  • रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा की भी रही उल्लेखनीय मौजूदगी
  • डायग्नोस्टिक प्रिवेंटिव और ट्रीटमेंट में भी रहे अपडेट: डॉ. मंजुला
  • डिपार्टमेंट ऑफ कंजरवेटिव डेंटिस्ट्री एंड एंडोडोंटिक्स ने की मेजबानी
  • डॉ. गोयल ने दिए स्मृति चिन्ह तो अंत में डॉ. जैन ने जताया आभार

तीर्थंकर महावीर डेंटल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर में डिपार्टमेंट ऑफ कंजरवेटिव डेंटिस्ट्री एंड एंडोडोंटिक्स की ओर से आयोजित सीडीई में सुधा रुस्तगी कॉलेज एंड डेंटल साइंसेज, फरीदाबाद के एचओडी प्रो. प्रशान्त भसीन ने बतौर स्पीकर आरसीटी के आधुनिक तरीकों पर व्याख्यान दिया। इससे पूर्व बतौर मुख्य अतिथि टीएमयू के कुलपति प्रो. रघुवीर सिंह ने सीडीई का शुभारम्भ करते हुए कहा, उच्च शिक्षा दिनों-दिन एंडवासमेंट की ओर बढ़ रही है, ऐसे मेें डेंटिस्ट को हमेशा अपडेट रहना चाहिए। रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा और एसोसिएट डीन डॉ. मंजुला जैन बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर मौजूद रहे। डेंटल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. मनीष गोयल, एंडों के एचओडी डॉ. रजनीश के जैन आदि की उल्लेखनीय मौजूदगी रही। सीडीई के दौरान हैंड्स ऑन प्रोग्राम भी हुआ, जिसमें स्पीकर डॉ. भसीन ने मॉडल के जरिए स्टुडेंस्ट्स को आरसीटी के आधुनिक तरीकों का डेमो दिया। सवाल-जवाब का दौर भी चला। सीडीई की थीम इंनोवेशन इन एंडोडोंटिक्स पर डेंटल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. मनीष गोयल ने न केवल गर्मजोशी से मेहमानों का स्वागत किया, बल्कि अतिथियों को स्मृति चिन्ह भी भेंट किए। अंत में एंडों के एचओडी डॉ. रजनीश के जैन ने सीडीई प्रोग्राम में आए सभी मेहमानों और प्रतिभागियों का शुक्रिया अदा किया।
बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर टीएमयू की एसोसिएट डीन डॉ. मंजुला जैन ने अपडेशन पर प्रकाश डालते हुए कहा, डेंटल के स्टुडेंट्स को डायग्नोस्टिक प्रिवेंटिव और ट्रीटमेंट में भी अपडेट रहना चाहिए। डेंटल कॉलेज के एलटी में सीडीई में सुधा रस्तौगी कॉलेज एंड डेंटल साइंसेज, फरीदाबाद के एचओडी प्रो. प्रशान्त भसीन ने बतौर स्पीकर व्याख्यान देते हुए कहा, रूट कनाल ट्रीटमेंट अब आधुनिक तरीकों से होने लगे हैं, जैसे रबर डेम आइसोलेशन, मैगनिफिकेशन, प्रोपर इरीगेशन ऑफ दा कनाल आदि तरीके भी ट्रीटमेंट में अपनाए जाते हैं। व्याख्यान के बाद एमडीएस और बीडीएस के स्टुडेंट्स को रूट कनाल ट्रीटमेंट के आधुनिक तरीकों को विस्तार से समझाया। सीडीई प्रोग्राम में एमडीएस और बीडीएस स्टुडेंट्स के अलावा बतौर फैकल्टी डॉ. अभिनव अग्रवाल, डॉ. रोहित शर्मा, डॉ. मनु तंवर, डॉ. सौम्या वत्स की भी गरिमामयी मौजूदगी रही। अंत में सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट्स भी वितरित किए गए।

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