महाराष्ट्र : उद्धव ठाकरे का विधान परिषद और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा
महाराष्ट्र में राज्यपाल द्वारा सरकार को फ्लोर टेस्ट का आदेश और दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट द्वारा राज्यपाल के निर्णय को सही ठहराने के निर्णय के तुरंत बाद फेसबुक लाइव आये उद्धव ठाकरे ने विरोधियों पर जोरदार प्रहार करते हुए अपनी भावुक अपील के साथ अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी। उसके बाद उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में अपना इस्तीफा राज्य के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को राजभवन में सौंप दिया है। राजभवन ने बयान जारी कर बताया कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में उद्धव ठाकरे का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। उन्होंने वैकल्पिक व्यवस्था होने तक उद्धव को मुख्यमंत्री पद पर बने रहने को कहा है।। उद्धव ठाकरे ने राज्यपाल को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में अपना इस्तीफा सौंपने के बाद अपने बेटे आदित्य ठाकरे के साथ मंदिर में भगवान के दर्शन किए। बाद अपने आवास मातोश्री पहुंचे। उन्होंने अपनी ढाई साल की सरकार में साथ देे के लिए एनसीपी, कांग्रेस और अन्य सहयोगी पार्टियों का आभार भी व्यक्त किया।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उद्धव ठाकरे ने 9.30 बजे फेसबुक लाइव पर संबोधन दिया और फिर अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया. त्यागपत्र से पहले फ्लोर टेस्ट के आदेश के बाद उन्होंने अपनी बात रखी. उन्होंने परोक्ष तौर पर शिवसेना के बागी गुट एकनाथ शिंदे पर हमला बोला. मुख्यमंत्री ने कहा, शिवसेना ने चाय वाले, रेहड़ी वाले को बड़ा कर नेता विधायक बनाया, लेकिन वो उसी को भूल गए. उद्धव ठाकरे ने राज्यपाल के 24 घंटे में फ्लोर टेस्ट कराने के फैसले का उल्लेख करते हुए कहा, विधानपरिषद में नामित विधायकों के प्रस्ताव पर फैसला करते तो बेहतर होता. उद्धव ठाकरे ने कहा, हमने नाराज विधायकों को मुंबई आने और अपनी बात रखने का प्रस्ताव भी दिया, इससे ज्यादा हम क्या कर सकते थे। उधरभाजपा ने यहां सरकार बनाने की कवायद तेज कर दी है तो शिंदे गुट के विधायक गोवा पहुंच चुके हैं।