छात्रवृत्ति घोटाले में पुलिस लेगी पूर्व समाज कल्याण अधिकारी अनुराग शंखधर का रिमांड
शनिवार को देहरादून पुलिस द्वारा छात्रवृत्ति घोटाले में गिरफ्तार अनुराग शंखधर को उधमसिंह नगर पुलिस भी अपने यहां दर्ज केसों में उन्हें रिमांड पर लेगी। शंखधर के खिलाफ इस जिले में 44 केस दर्ज हैं। कई केसों में वह वांछित चल रहे हैं। इसलिए देहरादून में उनकी गिरफ्तारी के बाद जल्द ही उधमसिंहनगर पुलिस भी उन्हें पुलिस रिमांड पर लेने की तैयारी में है। उत्तराखंड शासन ने छात्रवृत्ति घोटाले में जमानत पर रिहा जनजाति कल्याण विभाग के उपनिदेशक अनुराग शंखधर (जो पहले उधमसिंहनगर जिले में जिला समाज कल्याण अधिकारी थे) पर मुकदमा चलाने की अनुमति बीते वर्ष ही दे दी थी।
गौरतलब है कि वर्ष 2011 से 2018 तक के दशमोत्तर छात्रवृत्ति में अनियमितता मिलने के बाद एसआइटी ने जांच के पहले चरण में बाहरी राज्यों के शैक्षिक संस्थान और उनमें अध्ययनरत लाभार्थियों से पूछताछ की थी। इस दौरान मिले साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने जिला समाज कल्याण विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों और बिचौलियों के विरूद्ध करीब 60 केस दर्ज किए थे। साथ ही तीन दर्जन से अधिक आरोपितों के साथ ही वर्ष 2013-14 में तत्कालीन ऊधमसिंहनगर के जिला समाज कल्याण अधिकारी अनुराग शंखधर को भी दिसंबर 2020 में पुलिस ने छात्रवृत्ति के एक केस में गिरफ्तार किया था। इसके बाद उनके खिलाफ जिले के उधमसिंहनगर जिले के जसपुर, काशीपुर, कुंडा, बाजपुर, आइटीआइ, सितारगंज, नानकमत्ता, सितारगंज, केलाखेड़ा, खटीमा क्षेत्र में भी छात्रवृत्ति घोटाले में अहम भूमिका मिली थी। जिस पर जिलभर के 10 थानों में 44 केस दर्ज हुए थे। पुलिस सूृत्रों के अनुसार उधमसिंहनगर पुलिस अनुराग शंखधर को रिमांड में लेने की तैयारी कर रही है।