टीएमयू बड़े फनकारों के सुर और ताल से होगा गुलज़ार
आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष के उपलक्ष्य में तीन दिनी कल्चर फेस्ट- परंपरा का तेरह जुलाई से होगा शुभारंभ, पदम भूषण एवम् ग्रैमी अवार्ड विजेता पंडित विश्व मोहन भट्ट करेंगे महफिल का आगाज़
- ख़ास बातें
- संस्कृति एवम् विदेश राज्य मंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी होंगी मुख्य अतिथि
- उस्ताद अनवर खां प्रस्तुत करेंगे राजस्थानी फॉक, 50 प्लस देशों में उनके मुरीद
- निज़ामी बंधुओं के नाम होगी 14 जुलाई की शाम, बिखेरेंगे कव्वाली का जादू
- अंतिम दिन ओडिसी नृत्य की गुरु डॉ. सोनल मान सिंह की होगी मनमोहनी प्रस्तुति
- आजादी के 75वें बरस और टीएमयू ग्रुप के 21वें स्थापना दिवस पर बरसेगा ‘अमृत‘
- स्वतंत्रता के 75वें जश्न- अमृत महोत्सव से टीएमयू का गहरा नाताः कुलाधिपति
- कल्चरल फेस्ट वीर सपूतों के बलिदान के प्रति होगी विनम्र श्रद्धांजलिः जीवीसी
- कल्चरल फेस्ट हजारों-हजार स्टुडेंट्स के लिए होगी बड़ी सौगातः अक्षत जैन
प्रो. श्याम सुंदर भाटिया /सतेन्द्र सिंह
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद में तीन दिनी कल्चरल फेस्ट- परम्परा 2022 में संगीत, गायन और नृत्य की महफिल सजेगी। इसमें देश और दुनिया के बड़े-बड़े फनकार अपनी अदाकारी का जादू बिखेरेंगे। अमृत महोत्सव वर्ष यानी आजादी की 75वीं एवम् टीएमयू ग्रुप की 21वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित 13 जुलाई से यूनिवर्सिटी के ऑडी में प्रतिदिन 3.30 बजे से कल्चरल फेस्ट प्रारंभ होगा, जिसमें संस्कृति एवम् विदेश राज्य मंत्री, भारत सरकार श्रीमती मीनाक्षी लेखी बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगी। इस सांस्कृतिक संगम में भारतीय शास्त्रीय नृत्य, भरतनाट्यम और ओडिसी नृत्य के लिए पदम विभूषण से सम्मानित राज्यसभा सांसद श्रीमती सोनल मानसिंह, मोहन वीणा- स्लाइड गिटार वादक ग्रैमी अवार्ड विजेता विश्व मोहन भट्ट, राजस्थानी और सूफी गायकी के लिए बॉलीवुड में अपना लोहा मनवाने वाले पदमश्री से सम्मानित श्री अनवर खान, कव्वाली गायन के लिए बॉलीवुड में निज़ामी बंधु के नाम से मशहूर उस्ताद चंद निजामी, शादाब फरीदी और सोहराब फरीदी निजामी आदि कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति श्री सुरेश जैन कहते हैं, आजादी के 75वें जश्न- अमृत महोत्सव से टीएमयू का गहरा नाता है। आजादी के आन्दोलन में मेरे छोटे दादू एवम् स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय केशव सरन जैन ने अविस्मरणीय भूमिका निभाई थी। अंग्रेजी मुखालफत और खादी प्रेम आजीवन रहा ,लेकिन उन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई के बदले कोई प्रतिफल स्वीकार नहीं किया। उन्होंने न जाने कितनी बार सामना होने पर अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिए थे। जीवीसी श्री मनीष जैन कहते हैं, कल्चरल फेस्ट आजादी के वीर सपूतों के अनमोल योगदान के प्रति टीएमयू की विनम्र श्रद्धांजलि होगी। एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर श्री अक्षत जैन कहते हैं, कोरोना से उभरने के बाद यह कल्चरल फेस्ट यूनिवर्सिटी के हजारों-हजार स्टुडेंट्स के लिए सांस्कृतिक विरासत की बड़ी सौगात होगी।
तेरह जुलाई को टीएमयू के ऑडी में पदम भूषण, संगीत नाटक अकादमी और ग्रैमी अवार्ड विजेता मोहन वीणा- स्लाइड गिटार वादक पंडित विश्व मोहन भट्ट और पदमश्री विजेता राजस्थानी लोक गायक उस्ताद अनवर खान मंगणियार अपनी प्रस्तुति देंगे। श्री भट्ट को हवाइयन गिटार को मोहन वीणा में बदलने के लिए और इसे भारतीय संगीत में प्रयोग के लिए जाना जाता है तो उस्ताद अनवर खान जाने-माने राजस्थानी फॉक सिंगर हैं। वह पंडित रविशंकर, उस्ताद जाकिर हुसैन के अलावा आधा दर्जन से अधिक संगीत वादकों के संग और लगभग 50 से अधिक देशों में अपनी गायकी का जादू बिखेर चुके हैं। परम्परा के दूसरे दिन फिल्म रॉकस्टार और बजरंगी भाईजान के कव्वाली सिंगर निज़ामी बंधु अपनी कव्वाली पेश करेंगे। निज़ामी बंधुओं- उस्ताद चंद निजामी, शादाब फरीदी और सोहराब फरीदी निजामी को अमीर खुसरो की निजामुद्दीन औलिया पर लिखी कव्वाली के लिए जाना जाता है। कल्चरल फेस्ट की विदाई भी अविस्मरणीय होगी। अंतिम दिन पदम विभूषण, संगीत नाटक अकादमी अवार्ड, सांसद राज्यसभा डॉ. सोनल मानसिंह अपनी जादुई नृत्य कला का प्रदर्शन करेंगी। डॉ. सोनल प्रसिद्ध भारतीय शास्त्रीय नृत्यांगना, भरतनाट्यम और ओडिसी नृत्य की गुरू हैं। वह वर्तमान में राज्यसभा सांसद भी है। वह एक महान स्कॉलर भी हैं। 90 से अधिक देशों में उनके लेक्चर्स और वर्कशॉप्स हो चुके हैं। डॉ. मानसिंह माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के नवरत्नों में से एक हैं। उल्लेखनीय है, इस कल्चरल फेस्ट के आयोजन में ब्रीथिंग आर्ट्स आर्गेनाइजेशन की भी उल्लेखनीय भूमिका है।