भीमताल में 200 बेड के अस्पताल की मांग उठी
विधानसभा में स्वास्थ्य सुविधाओं की चरमराई स्थिति को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता पूरन चंद्र बृजवासी ने उत्तराखंड सरकार से त्वरित हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने क्षेत्र के मानवीय और पर्यटन महत्व को देखते हुए 200 बेड के अत्याधुनिक बड़े अस्पताल की स्थापना का प्रस्ताव रखा है। यह मांग उन्होंने उत्तराखंड के मुख्य सचिव के समक्ष औपचारिक पत्र रूप से प्रस्तुत की, जिसमें भीमताल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉ,नर्स, स्टाफ रिक्त पदों को भरने, अल्ट्रासाउंड मशीन स्थापित कराने, दवा खाना खोलने और स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण पर बल दिया गया है।
राज्य की दूरस्थ भीमताल विधानसभा, जिसमें ओखलकांडा, धारी, रामगढ़ और भीमताल ब्लॉक शामिल हैं, लाखों मतदाताओं वाली इस विधानसभा में 70% से अधिक किसान परिवारों का निवास स्थल है और यह क्षेत्र पर्यटन के दृष्टिकोण से भी अग्रणी है। बावजूद इसके, स्वास्थ्य अवसंरचना की कमी क्षेत्रवासियों के लिए बड़ी गंभीर चुनौती बनी हुई है। बृजवासी ने बताया कि अपर्याप्त चिकित्सा सुविधाओं के कारण दुर्घटना पीड़ितों और गर्भवती महिलाओं को समय पर उपचार नहीं मिल पाता, जिससे जानलेवा परिस्थितियां उत्पन्न हो रही हैं। उन्होंने चारों ब्लॉकों के मध्यवर्ती क्षेत्र में उपयुक्त भूमि चयनित कर एक आधुनिक अस्पताल की स्थापना की आवश्यकता पर जोर दिया, जो नवीनतम चिकित्सा उपकरणों और विशेषज्ञता से सुसज्जित हो।
“स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव न केवल स्थानीय निवासियों के लिए संकट का कारण है, बल्कि पर्यटन क्षेत्र की विश्वसनीयता को भी प्रभावित कर रहा है। एक बड़ा अस्पताल क्षेत्र की सामाजिक-आर्थिक प्रगति में मील का पत्थर साबित होगा,” बृजवासी ने तर्कसंगत ढंग से कहाँ यह मांग विधानसभा वासियों का पहला हक है । उन्होंने यह भी मांग कि भीमताल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रिक्त चिकित्सा पदों को प्राथमिकता के आधार पर भरा जाए, ताकि तात्कालिक राहत सुनिश्चित हो सके।
स्थानीय समुदाय ने इस मांग को सर्वसम्मति से समर्थन दिया है, इसे क्षेत्र के लिए जीवन रक्षक कदम बताते हुए। पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों का मानना है कि एक अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधा क्षेत्र की छवि को और सुदृढ़ करेगी। बृजवासी ने सरकार से आग्रह किया है कि वह इस मांग पर शीघ्र विचार कर ठोस कदम उठाए, ताकि भीमताल विधानसभा स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन सके। क्षेत्रवासियों को अब सरकार के सकारात्मक जवाब की प्रतीक्षा है, जो न केवल उनकी स्वास्थ्य आवश्यकताओं को संबोधित करेगी, बल्कि इस खूबसूरत पर्यटन स्थल को और अधिक सुरक्षित बनाएगी।