दंगाइयों के घरों पर चला शिवराज का बुल्डोजर, नौकरी से भी सस्पेंड
रामनवमी पर शोभायात्रा निकालने के दौरान मध्यप्रदेश के खरगोन में हुई थी आगजनी और पथराव
रामनवमी के दिन मध्य प्रदेश में खरगोन में शोभायात्रा के दौरान दंगाइयों द्वारा जलूस पर किये गये पथराव और आगजनी की घटना के बाद सख्त हुई शिवराज सरकार ने दंगाईयों के मकानों को तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी है। शहर के संवेदनशील छोटी मोहन टाकीज क्षेत्र में भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में दंगाइयों के मकानों को तोड़ा गया है। पूरे खरगोन में कर्फ्यू लगाया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दंगे में कुछ कर्मचारियों के शामिल होने का भी पता चलने पर उन्हें सेवा से निकाल दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार दंगे में शामिल 4 शासकीय कर्मचारियों में से 3 की सेवा को समाप्त कर दिया गया है। वहीं एक शासकीय कर्मचारी को सस्पेंड करने की कार्रवाई की गई है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि इस हिंसा में शामिल आरोपियों की पहचान कर ली गई है और उन्हें बख्सा नहीं जाएगी। उनके खिलाफ कठोरतम कार्यवाही की जाएगी। सीएम ने कहा कि रामनवमी के अवसर पर खरगोन में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। मध्यप्रदेश की धरती पर दंगाइयों के लिए कोई स्थान नहीं है।
गौरतलब है कि रविवार को रामनवमीं पर शोभायात्रा निकालने के दौरान सम्प्रदायिक विवाद हो गया था। जिसमे दंगाईयो ने पथराव, आगजनी की घटना की थी। रात 3 बजे तक अलग.अलग हिस्सों में आगजनी हुई थी। साथ ही गोली लगने से खरगोन एसपी सिद्धार्थ चौधरी और 10 पुलिस कर्मी घायल हुए थे। दंगाइयों ने कई वाहनों और घरों में आगजनी की थी।