बाढ़ में 15 फ़ीट गहरी जमीन बही, दिखा 600 साल पुराना कुआं
बिहार में बाढ़ हर साल लाखों लोगों की उम्मीदों और सपनों को डुबो देती है। यहाँ बाढ़ लोगों के जीवन का हिस्सा बन गयी है। बाढ़ के दंश ने बिहार को इतने गहरे घाव दिए हैं कि अब सपने भी आंसुओं के साथ बह जाते हैं। हालांकि थोड़ी बहुत हिम्मत अभी लोगों में बची है, लेकिन हिम्मत भी धीरे धीरे हर साल बाढ़ के साथ बहती हुई सागर में समा जाती है। बिहार में बाढ़ कितनी भयावह है, ये तो हम केवल न्यूज़ में देखते व पढ़ते हैं। बाढ़ की गहराई को समझने के लिए आप दैनिक भास्कर की ये रिपोर्ट पढ़िए, जो किसानों सहित बिहार की जनता के दर्द को बयां करते के लिए काफी है।