टीएमयू क्रिकेट चैंपियनशिप का आईटीआई के सिर सजा ताज

फाइनल में मेरठ और गजरौला की टीमों के बीच रही कांटे की टक्कर, टीएमयू के कुलपति प्रो. रघुवीर सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि विजेता, उपविजेता टीमों के संग-संग उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को किया पुरस्कृत

  • ख़ास बातें
  • विजेता को 21 हजार और उपविजेता को मिले 11 हजार
  • बेस्ट बॉलर का खिताब आईटीआई मेरठ के दमनदीप को
  • टीएमयू टॉस के अजहरुद्दीन बने मैन ऑफ द टूर्नामेंट
  • हिल्टन एकेडमी के पारस रहे मोस्ट वैल्युएबल प्लेयर
  • मुरादाबाद मंडल में पहली बार हुआ पिंक बॉल टूर्नामेंट
  • 20-20 ओवर के इन मैचों में आपस में भिड़ीं बारह टीमें

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के क्रिकेट मैदान पर पिंक बॉल टूर्नामेंट- टीएमयू क्रिकेट चैंपियनशिप का रोमांचक फाइनल मैच आईटीआई क्रिकेट एकेडमी, मेरठ और हिल्टन क्रिकेट एकेडमी, गजरौला के बीच खेला गया। टॉस जीतकर आईटीआई क्रिकेट एकेडमी ने पहले धुआंधार बल्लेबाजी करते हुए पांच विकेट के नुकसान पर 20 ओवर में ताबड़तोड़ 138 रन बनाए। 139 के लक्ष्य का पीछा करते हुए हिल्टन क्रिकेट एकेडमी 20 ओवर में 06 विकेट के नुकसान पर 130 रन ही बना पाई। अंततः 08 रनों से आईटीआई, मेरठ की टीम ने टीएमयू क्रिकेट चैंपियनशिप का ताज अपने सिर सजा लिया। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. रघुवीर सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि विजेता, उपविजेता टीमों के संग-संग उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। समापन समारोह में द आर्यन स्कूल, जोया के डायरेक्टर श्री एके सिंह बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर, टिमिट कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन के प्रिंसिपल डॉ. मनु मिश्रा, और अमरोहा क्रिकेट के कन्वीनर श्री अमर लिट की भी गरिमामयी मौजूदगी रही। टूर्नामेंट का फाइनल जीतकर आईटीआई क्रिकेट एकेडमी, मेरठ ने 21,000 रुपए की पुरस्कार राशि और चमचमाती सुनहरी ट्रॉफी अपने नाम की, जबकि उपविजेता टीम हिल्टन क्रिकेट एकेडमी को 11,000 रुपए की पुरस्कार धनराशि और ट्रॉफी से सम्मानित किया गया।

प्रतिकूल हालात में भी न हो कतई निराशः प्रो. सिंह

टीएमयू क्रिकेट चैंपियनशिप के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रो. रघुवीर सिंह ने सभी खिलाड़ियों की हौसलाफजाई करते हुए कहा, जीवन में हर दिन उतार-चढ़ाव आते हैं, पर प्रतिकूल परिस्थितियों में हमें कभी भी निराश नहीं होना चाहिए। एक महत्वपूर्ण लक्ष्य को हासिल करने में हार या जीत पर ज्यादा मंथन न करने की सलाह देते हुए बोले, प्लेयर्स को अगली जीत को फोकस करते हुए तैयारी में जुट जाना चाहिए। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो. सिंह बोले, ऐसा कोई भी बड़े से बड़ा खिलाड़ी नहीं है, जिसने कभी न कभी हार का सामना न किया हो। ऐसे में महत्वपूर्ण सवाल यह है, हारने के बाद भी जीता कैसे जाए? जिस खिलाड़ी ने भी इस प्रश्न का सकारात्मक जवाब ढूंढ लिया, वह बड़ा खिलाड़ी बन गया। अंत में प्रो. सिंह ने युवा खिलाड़ियों को अनमोल सलाह देते हुए कहा, वे लक्ष्य पूर्ति को निरंतर प्रयासरत रहें।

आईटीआई, मेरठ के दीपांशु त्यागी ने 36 बोलों पर अर्धशतक ठोका और जवाब में हिल्टन क्रिकेट एकेडमी के सबसे ज्यादा रन अर्जित करने वाले खिलाड़ी पारस रहे, जिन्होंने 34 बोलों पर 32 रन का महत्वपूर्ण योगदान किया, लेकिन अपनी टीम को फाइनल मुकाबला जिताने में असमर्थ रहे। इस मैच के मोस्ट वैल्युएबल प्लेयर हिल्टन क्रिकेट एकेडमी के पारस रहे जिन्होंने अपने बल्ले से रन तो बनाए ही और अपनी टीम के लिए 02 विकेट भी झटके थे। इनके महत्वपूर्ण योगदान से इनकी टीम इस फाइनल के कांटेदार टक्कर में आखिरी ओवर तक मैच को खींच ले आई। इस टूर्नामेंट में बेस्ट बैट्समैन का खिताब अहमद रजा हिल्टन क्रिकेट एकेडमी को दिया गया, जिन्होंने चार मैच में 124 रन बनाए। टूर्नामेंट के बेस्ट बॉलर दमनदीप सिंह आईटीआई क्रिकेट एकेडमी मेरठ रहे जिन्होंने चार मैच में 10 महत्वपूर्ण विकेट झटके। अंत में टीएमयू टॉस क्रिकेट एकेडमी के अजहरुद्दीन सैफी को मैन ऑफ द टूर्नामेंट अवार्ड से नवाजा गया। अजहरुद्दीन ने अपनी टीम के लिए 03 मैचों में 92 रनों का महत्वपूर्ण योगदान दिया था और तीन मैचों में लगातार एक-एक विकेट झटके थे।

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